सीधी (ईन्यूज एमपी)-आज के समय में 5 रूपये में भरपेट भोजन की कल्पना तो स्वप्न में भी नहीं की जा सकती है। 5 रूपये में तो बड़ी मुश्किल से चाय नसीब हो पाती है। लेकिन दीनदयाल अंत्योंदय रसोई में 5 रूपये में स्वादिष्ट और भरपेट भोजन मिल जाता है। ये कहना है सीधी जिले के ग्राम नौगवां धीरसिंह के बृजभान यादव का जो सीधी शहर में रिक्शा चलाने का कार्य करते हैं। बृजेन्द्र ने कहा कि दीनदयाल अंत्योंदय रसोई से उन जैसे गांव से आकर शहर मे मेहनत मजदूरी करने वाले श्रमिकों के लिए बहुत सहारा हो गया है। उन्हे अब मात्र 5 रूपये में स्वच्छ, स्वादिष्ट और भरपेट भोजन मिल जाता है। जिससे उनके पैसे की भी बचत हो जाती है जिसका उपयोग वे अपने परिवार के भरण पोषण के लिए कर पाते हैं। बृजेन्द्र ने गरीबों की चिन्ता करने वाली सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान का आभार व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है कि 07 अप्रैल 2017 को अस्पताल परिसर सीधी में दीनदयाल अंत्योंदय रसोई योजना का संचालन प्रारंभ किया गया था। दीनदयाल अंत्योंदय रसोई में मेहनत मजदूरी करने वाले श्रमिक, रिक्शा चालक, दवा इलाज के लिए दूर-दराज से आने वाले लोग 5 रूपये में गरमागरम भरपेट भोजन करते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की इस अभिनव पहल से सीधी जिला मुख्यालय में संचालित दीनदयाल अंत्योंदय रसोई योजना में प्रातः 11 बजे से 3 बजे तक प्रत्येक दिन 250-350 लोग भोजन करते हैं। रसोई का संचालन जय माता दी स्वसहायता समूह द्वारा किया जाता है। नगरपालिका सीधी द्वारा भी रसोई के व्यवस्थित संचालन के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है। साफ-सुथरी रसोईघर, बड़ा सा भोजन कक्ष, बैठकर खाने के लिए टेबल-कुर्सी, साफ पीने का पानी की व्यवस्था की गयी है। पूर्व कलेक्टर श्री वर्मा ने अपने जन्मदिन पर दीनदयाल अंत्योदय रसोई में गरीबों, जरूरतमंदो को भोजन की सम्पूर्ण व्यवस्था की- उल्लेखनीय है कि तत्कालीन कलेक्टर सीधी एवं वर्तमान कलेक्टर जिला नरसिंहपुर अभय वर्मा के समय सीधी जिला मुख्यालय में दीनदयाल अंत्योंदय रसोई योजना का संचालन प्रारंभ किया गया था। श्री वर्मा द्वारा आश्वासन दिया गया था कि प्रतिवर्ष अपने जन्मदिन पर दीनदयाल अंत्योंदय रसोई योजना में वे सहयोग करता रहेंगे। इसी क्रम में आज दीनदयाल अंत्योंदय रसोई योजना की संपूर्ण व्यवस्थाएं उनके द्वारा की गई थी। इसी प्रकार जिले के विभिन्न वर्गों के लोग अपने जन्मदिन, शादी की सालगिरह, धार्मिक त्योहारों तथा परिजनों की पुण्यतिथि आदि अवसरों पर गरीबों को भोंजन कराते हैं। यहां काम करने वाले लोग खाना बनाने से लेकर परोसने तक का कार्य पूर्णतः सेवा भाव से करते हैं।