भोपाल ( ईन्यूज़ एमपी ) - भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कांग्रेस के 84 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस की स्थापना 1885 में एक अंग्रेज ने की थी और चार दशक तक कांग्रेस को कभी देश की आजादी की याद नहीं आई। स्वाभाविक रूप से 133 वर्ष की वरिष्ठ पार्टी का थक जाना स्वाभाविक है। राहुल गांधी इस को गंभीरता से सोचें कि वास्तव में कांग्रेस ही थकी है और इसका प्रमाण उसका देश के भूभाग से तिरोहित होता जाना है। जनता के चित्त से उतर जाना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मानसिक स्थिति इतनी दुर्बल हो चुकी है कि वह दूसरे घर में बच्चा होने पर खुशी मना रही है, हाल ही में दस, ग्यारह राज्य भाजपा ने छीने हैं कांग्रेस सिकुड़कर तीन राज्यों में रह गई है। फिर भी यदि उपचुनाव में कुछ सीटें विपक्षी दलों के खाते में गईं तो इस पर खुशी मनाना वास्तव में बगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना होने जैसा है। कांग्रेस की गोद तो सूनी की सूनी रह गई। डॉ. विजयवर्गीय ने कहा कि पिछले 10 वर्षों के यूपीए के शासन में रिमोट कंट्रोल राहुल गांधी और सोनिया गांधी के हाथ में रहा। हर दिन घोटाला हुए जिनका अदालतों में संज्ञान लिया गया। मंत्री जैल गये। क्या कांग्रेस वहीं स्थिति देश में लाना चाहती है। डाॅ. विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस समाज में खौफ पैदाकर नफरत की राजनीति कर रही है। यही कारण है कि जनता ने कांग्रेस को खारिज कर दिया है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में सामाजिक आर्थिक क्रांति आई है। कांग्रेस को जनता ने सत्ता से बेदखल किया है। लेकिन कांग्रेस जनादेश का सम्मान करने से पीछे हर रही है। उसके लिए लोकतंत्र और संविधान तभी तक सम्मानजनक होते हैं, जब तक कांग्रेस सत्ता में होती है। कांग्रेस देश का राजनैतिक दल था, लेकिन आज कांग्रेस एक वंश परम्परा को मंहिमा मंडित करने का औजार रह गई है जिससे वरिष्ठ कांग्रेसी खुद कांग्रेस से अलग होते जा रहे हैं। कांग्रेस परवारी राग में मस्त है।