सीधी (ईन्यूज एमपी)-ओवरलोड रेता ले जा रहे वाहन बिगाड़ रहे सड़कों की सूरत छत्तीसगढ़ से मबई व बनास नदी की रेत खदानों से ओवरलोड रेता हाईवा वाहनों से मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों सहित उत्तर प्रदेश के शहरों में भी ले जाया जाता है जिससे सड़कों की सूरत बिगड़ती जा रही है बताया जाता है कि मध्य प्रदेश की रेत खदानों की अपेक्षा छत्तीसगढ़ की खदानों में लीज धारकों के द्वारा सस्ते दर पर रेत की बिक्री की जाती है जिसके कारण उक्त नदियों में रेता लोड करने रीवा सतना सीधी सहित उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर मिर्जापुर इलाहाबाद बनारस जैसे महानगरों से सैकड़ों हाईवा वाहन ओवरलोड लेकर तिलवारी जनकपुर मुख्य मार्ग से रोजाना रात दिन गुजरते हैं किंतु इन ओवरलोड वाहनों पर किसी की नजर नहीं पड़ती बताया जाता है कि जिस मार्ग से ओवरलोड वाहन गुजरते हैं उस पर 2 पुलिस चौकियां पौड़ी व पथरौला है और इन्हीं पुलिस चौकियों के सामने से ओवरलोड वाहन फर्राटे भरते निकलते हैं लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा भी इन्हें खुली छूट दी गई है होती रहती हैं दुर्घटनाएं :- बताया जाता है कि तिलवारी जनकपुर मार्ग संजय टाइगर रिजर्व एरिया के बीचों-बीच स्थापित है तथा बीच-बीच में घाटी भी हैं जिस कारण से ओवरलोड वाहन चढ़ाई में आगे जाने की बजाय पीछे जाने लगते हैं जिसे रोकने के लिए वाहनों के पहियों में पत्थर के ओट लगाए जाते हैं तथा उनको सड़क पर ही छोड़ देते हैं और वे पत्थर दुर्घटनाओं के कारण बन जाते हैं इतना ही नहीं कई बार तो वाहन के घाटी ना चढ़ पाने के कारण बीच सड़क में रेता भी खाली कर दिया जाता है जिससे बाइक सवार रात में अक्सर हादसे का शिकार होते हैं जंगली जानवरों को भी खतरा :- रेता ले जा रहे वाहनों की च पेट में कई बार जंगली जानवर भी आ जाते हैं तथा हादसे का शिकार हो जाते हैं कई बार सड़क में छोटे-मोटे जंगली जानवरों के शव भी देखे जाते हैं लेकिन बन अमला भी इस पर ध्यान नहीं दे पा रहा है