सीधी (ईन्यूज एमपी)- सीधी की जिला चिकित्सालय जो इन दिनों अपने कारनामों के लिए चर्चित है। चर्चित इसलिए कह रहे हैं। कि चिकित्सालय में समय न तो चिकित्सक मिलते है और न ही चिकित्सा बीते दिनों ऐसे ही लापरवाही के कारण सड़क दुर्घटना की शिकार हुई एक बालिका की मौत हो गयी थी आलम इतना बदतर है। की चिकित्सालय के निःशुल्क औसधि वितरण केंद्र में हर मर्ज की एक ही दवाई मिलती है और तो और डॉक्टर भी वही दवा लिखते हैं जो औसधि केंद्र में उपलब्ध हो मर्ज चाहे कुछ भी हो ,ऑपरेशन थियेटर बंद है। शव वाहन बमुश्किल ही उपलब्ध हो पाते हैं।ऐसा इसलिए है।कि सत्ता में बैठे सत्ताधीश ईमानदारी से प्रयास नहीं करते और विपक्ष में बैठे सत्ता के पहरेदार कोई जनांदोलन छेड़ने से हिचकते हैं। यह स्थिति वर्षों से है लेकिन विपक्ष ने जनता की आवाज के लिए सड़कों पर संघर्ष नहीं किया। जबकि चुनाव नजदीक है। और चुनाव जीतने की आस लगाए वैठे हैं। ये जनता है। जानती सब है। सही समय पर हिसाब किताब जरूर करेगी फिलहाल हो सकता है कुछ सुधार हो इस आस में हम सब हैं। क्योंकि अब मौसम परिवर्तन भी होगा ऐसे में बीमारी का प्रकोप बढ़ने की संभावना है।