सीधी ( ईन्यूज़ एमपी ) - गेट हटाओं, किसान बचाओ, आन्दोलन मे जिला प्रशासन और आन्दोलन कारियों मे चर्चा के बाद इस सहमति पर आन्दोलन स्थगित किया गया कि 9 गांव जो डूब प्रभावित हैं, उन गांवों मे जांच दल जायेगा और किसानो के प्रतिनिधि के साथ मिलकर जांच प्रतिवेदन तैयार कर पूरक अवार्ड पत्रक मे किसानो के छूटी पर सम्पत्तियों का मुआवजा बनाया जायेगा। गांवो मे जांच दल पहुचने की तारीख इस प्रकार से हैं। 1. खंतरा दिनांक -23.02.2018, 2. छूही दिनांक -25.02.2018, 3. तिलवारी दिनांक -27.02.2018, 4. रूपई डोल दिनांक -28.02.2018, 5. सेंधवा दिनांक -07.03.2018, 6. कोटरो दिनांक -09.03.2018, 7, चुनगुना दिनांक -11.03.2018, 8. गजरी दिनांक -13.03.2018, 9. करमाई दिनांक -15.03.2018। जांच दल गांव मे पहुंचने के दो दिन पहले डौंड़ी पिटवाकर किसानो को सूचित किया जायेगा ऐसा न करने की स्थित मे आन्दोलनकारी किसानो ने निर्णय लिया है कि अगली लड़ाई जेल भरो आन्दोलन के रूप मे होगी। किसान समन्वय समिति म0प्र0 के वैनर तले 50 किसान संगठनों ने एक जुट होकर सरकार के साथ असहयोग का ऐलान किया हैं। म0प्र0 किसान बाहुल्य प्रदेश हैं, जहां पर किसानो को बोट बैंक के रूप मे इस्तेमाल किया जाता हैं, वर्तमान मे म0प्र0 नेतृत्व विहीन हो गया हैं। इसलिये हमे एक जुट होना पड़ा और इसका शंखनाद सीधी जिले से शुरू किया जा रहा हैं, दुर्भाग्य हैं, इस प्रदेश का कि विन्ध्य प्रदेश सोना उगलने वाला प्रदेश हैं, और म0प्र0 के विधान सभा का प्रतिपक्ष नेता भी इसी क्षेत्र का हैं। खड्डी मे बने गुलाब सागर बांध के 9 गांवो के किसान प्रभावित हो रहे हैं, नहर से बड़ी संख्या मे गांव प्रभावित हो रहे हैं। गरीबो को कोई मुआवजा का आश्वासन नही, बिजली के बिल अनाप-सनाप आ रहे हैं। भावान्तरण से किसानो को बैकूप बनाया जा रहा हैं। चुनाव को मद्देनजर रखते हुये अभी नही तो कभी नही ऐलान के साथ सरकार से न बिजली का बिल भरने न कर्जा भरने का ऐलान किया है। प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी को चुनौती हैं, कि किसानो की इस लड़ाई मे सामाने नही आई तो सड़क से लेकर चुनाव तक अपनी लड़ाई किसान खुद लड़ेगें। किसानो के मुख्य मुद्दे के साथ हमारा दूसरा मुद्दा संविदा नियुक्ति के खिलाफ है। संविदा नियुक्ति को पर्मानेन्ट देकर सारी सुविधा उपलब्ध कराया जाय। दैनिक वेतन भोगियों को कांग्रेस, वी0जे0पी0 दोनो छला हैं। उन दैनिक वेतन भोगियों की अपील माननीय न्यायालय मे दायर कराकर 4 सप्ताह के अन्दर सरकार से जबाव मांगकर पर्मानेन्ट क्यों नही किया गया। निश्चित ही 110 प्रतिशत हम यह लड़ाई जीतेंगें। म0प्र0 की भावन्त सरकार भावान्तर का नाटक बंद करो और सरकार स्वामी नाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर लागत से डेढ़ गुना फसल का समर्थन मूल्य हमारे हांथ मे दे और कर्ज के जाल मे न फंसा कर किसानो को आत्म हत्या के लिये न मजबूर करें। किसानो के बिजली कनेक्सन पर्मानेन्ट करके 3 हार्सपावर पर 50 रूपये, 5 हार्सपावर पर 100 रूपये, 7 हार्स पावर पर 150 रूपये के सामान्य दर पर बिजली दर से मुहैया कराया जाय। इससे जो होने वाला घाटा मण्डी टेक्स से पूरा किया जाय। कर्नाटक तेलगाना मे जिस प्रकार किसानों को सहायता राशि दी जा रही हैं, उसी प्रकार से म0प्र0 सरकार भी म0प्र0 के किसानो को सहायता राशि उपलब्ध कराये। इन मागों के साथ 15 मार्च तक गुलाब सागर बांध के प्रभावित किसानो को उचित मुआवजा नही दिया गया तो जेल भरो आन्दोलन किया जायेगा। दिनांक-21.02.2018 भवदीय उमेश तिवारी संयोजक-टोंको-रोकों-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा मो0 नं0-9630650750 किसान समन्वय समिति (1) गिरजा शंकर शर्मा, पूर्व विधायक (2) डाॅ0 कल्पना परूलेकर, पूर्व विधायक (3) उमेश तिवाारी, संयोजक टोको-रोको-ठोंको (4) रामनारायण कुररिया, सचिव म0प्र0 किसान सभा (5) रामचरण सोनी, विद्याचरण शुक्ला, जन अधिकार संगठन,