सीधी (ईन्यूज एमपी )-कृषक हमारे अन्नदाता है। कृषकों को उनकी मेहनत का उपज का उचित मूल्य प्राप्त हो सके तथा बाजार के उतार-चढ़ाव से उनकी सुरक्षा हो सके इसके लिए मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना वरदान साबित हो रही है। खरीफ 2017-18 से मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना का शुभारम्भ किया गया जिसमें 8 फसलों सोयाबीन, मूगफली, तिल, रामतिल, मक्का, मूंग, उडद, एवं अरहर को सम्मिलित किया गया। अधिसूचित फसलों के लिए पंजीकृत कृषकों को अधिसूचित कृषि उपज मण्डी में फसल की बिक्री करने पर फसल की विक्रय दर तथा फसल के औसत माडल विक्रय दर के अंतर की राषि कृषक के खाते में ट्रांसफर कर उसे लाभांवित किया गया है। सीधी जिले में मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना अंतर्गत कुल 49 कृषकों के खाते में कुल 672366 रूपये का राषि का भुगतान कर कृषि उपज का उचित मूल्य दिलाना सुनिष्चित किया गया। वृदावन तिवारी को 53361 रूपये, अवनीष कुमार चतुर्वेदी को 41685 रूपये, रामखेलावन गुप्ता को 33810 रूपये, मोहनलाल गुप्ता को 32620 रूपये, अहिल्या चतुर्वेदी को 32340 रूपये, तथा रामगोपाल सिंह को 28077 रूपये की भावान्तर राषि का भुगतान किया गया है। किसानों का यह कहना है कि भावान्तर भुगतान योजना ने उपज का कम भाव होने पर भी किसानों को सुरक्षा प्रदान की है। किसानों को बाजार पर बहुत निर्भर रहने की आवष्यकता नहीं है। अब वे सभी प्रकार की चिन्ताओं से मुक्त है तथा उनका पूरा ध्यान अधिक से अधिक उत्पादन करने की ओर केन्द्रीत है।