सीधी (ईन्यूज एमपी)-शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के प्रावधानों का कड़ाई से पालन करें। उक्त बातें स्थानीय विधायक केदार नाथ शुक्ल ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अंतर्गत स्थानीय जिला शिक्षा एवं प्रषिक्षण संस्थान (डाइट) सीधी में सम्पन्न प्रषिक्षण सह कार्यषाला में कही। विधायक श्री शुक्ल ने कहा कि संविधान के निर्माण के समय षिक्षा के अधिकार को नीति निदेषक तत्वों में शामिल किया गया था लेकिन समय की मांग को देखते हुए इसे 86वें संविधान संषोधन के द्वारा मौलिक अधिकारों में जोड़ा गया तथा इसको लागू करने के लिए षिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 अधिनियमित किया गया। इसके माध्यम से निजी विद्यालयों में वंचित समूह और कमजोर वर्ग के बच्चों को कक्षा 1 में 25 प्रतिषत सीटों पर निःषुल्क प्रवेष की व्यवस्था है। सभी निजी शालाओं में ऐसे समूह के बच्चों का प्रवेष सुनिष्चित किया जाये। इसके साथ ही सभी विद्यालयों मंे प्रवेष के लिए बच्चों की स्क्रीनिंग में रोक है जिसका भी पालन किया जाये। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य अंजू मिश्रा ने कहा कि बच्चों के अधिकारों का संरक्षण करना हमारा कर्तव्य है। बच्चे अपने जीवन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण समय विद्यालय में गुजारते हैं और यहाॅ के अनुभव एवं सीख की छाप उनके जीवन पर्यन्त तक रहती है। यह आवष्यक है कि बच्चों को आनन्द के वातावरण में षिक्षा को रोचक बनाते हुए षिक्षा प्रदान की जायें। षिक्षकों द्वारा बच्चों को न तो शरीरिक दण्ड दिया जाए और न ही उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाये। श्रीमती मिश्रा ने कहा कि इस कार्यषाला का उद्देष्य बच्चों के अधिकारों के संरक्षण से संबंधित कानूनों तथा नियमों की जानकारी से सभी लोगों को अवगत कराना है। अगले चरण में इसी प्रकार की कार्यषाला विकासखण्ड स्तरों में की जायेगी। बच्चों के अधिकारेां के संरक्षण के प्रति जनजागरूकता को बढ़ाना है। श्रीमती मिश्रा ने कहा कि छात्राओं की सुरक्षा के प्रति हमें बेहद संवेदनषील रहने की आवष्यकता है। हमें षिक्षण संस्थाओं में एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण करना होगा जिससे हम एक जागरूक षिक्षित संस्कारित सक्षम भावी पीढ़ी का निर्माण कर सकें। कार्यषाला में षिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 , निःषुल्क एवं अनिवार्य बाल षिक्षा का अधिकार नियम 2011 , नवीन किषोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यषाला में जिला परियोजना समन्वयक डाॅ.के.एम. द्विवेदी, प्राचार्य डाइट डाॅ.डी.आर.मिश्रा, खण्ड महिला सषक्तीकरण अधिकारी सत्यभामा सिंह, समस्त बी.आर.सी.सी. , निजी विद्यालयों के संचालक तथा विद्यालयीन छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।