सीधी/पथरौला (ई न्यूज एमपी)- जिले के आदिवासी बाहुल्य जनपद पंचायत कुशमी अन्र्तगत ग्राम पंचायत पोंडी में शासन द्वारा चलाई जा रही अतिमहत्वाकांक्षी नल जल योजना में ग्रहण सा लगा हुआ है और पानी की टंकी महज सो पीस बनकर रह गयी है। ऐसा भी नहीं है कि जिम्मेदार इस बात से अनजान है किन्तु सब कुछ जानकर भी अनजान बने रहना अपने आप में अफसरशाही और स्वेच्छाचारिता का परिचायक साबित होता है।ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि तकरीबन तीन वर्ष पूर्व नल जल योजना की शुरूआत गांव में की गयी थी किन्तु पाइप लाइन का कार्य अत्यन्त घटिया होने के कारण तीन माह भी ग्रामीण आदिवासी इस योजना का लाभ नहीं ले सके। ग्रामीणों द्वारा ये भी बताया गया कि कई बार जनपद स्तर पर शिकायत भी की गयी लेकिन किसी के द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया लिहाजा ग्रामीणों को बूंद-बूंद पानी के तरसना पड रहा है। प्रदेश की सरकार एक ओर जहाँ गरीबो की हितैसी बनी हुई है वही उसके अधिकारी सरकार को ही ठगने में लगे है,प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओ का सही तरीके से सञ्चालन नही किया जा रहा है| बताया गया कि उक्तयोजना के लिये मेन्टीनेंस का पैसा भी पंचायत के खाते में डम्प है लेकिन मरम्मत का कार्य अधिकारियों के द्वारा आज तक नहीं कराया गया नतीजन तीन वर्षों से लगातार योजना में ग्रहण लगा हुआ है जबकि करोंडों लागत लग चुकी| यह कहना गलत नही होगा की मुख्यमंत्री ग्रामीण नल जल योजना ग्रामीणों को चिढा रही है।