सीधी (ई न्यूज़ एमपी)रूट क्र.3 की एकात्म यात्रा की अगुवाई कर रहे निरजनी अखाडा के महामण्लेश्वर एवं गौ संर्वधन बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश्वरानन्द गिरी का यात्रा के दौरान भोजन किसी अनुसूचित या जनजाति परिवार से ही बनकर आता है। तथा उसी परिवार के सदस्य उन्हे अपने हाथ से परोसते हैं। इसीक्रम में एकात्म यात्रा सीधी जिले के मझौली में पहुची मझौली में एक कोल परिवार जिसके मुखिया का नाम श्री शिवराज कोल हैं, ये पार्षद भी हैं, इनसे सारारती तत्व ने षड्यंत्र के तहत भोजन बनाने के लिए कहा किन्तु एकात्म यात्रा आयोजन पक्ष के किसी भी व्यक्ति को इसकी जानकारी नही थी। स्वामी जी को भी किसी ने सूचना नही दी। मझौली में आयोजन पूर्ण होने के बाद वे सीधे रात्री विश्राम स्थल चले गये। प्रातः काल एक स्थानीय प्रतिष्ठित समाचार पत्र ने प्रकाशित किया कि निरंजनी अखाडा के महामण्डलेवर दलित परिवार का भोजन टुकराया, जबकि दलित परिवार भोजन बनाकर अपने घर में संत की प्रतिक्षा करता रहा। महामण्डलेश्वर ने एकात्म यात्रा आयोजन समिति सहित व्यवस्था में लगे अधिकारियों को बुलाकर पूछातांछ की और उस दलित परिवार में गये रोटी चटनी का प्रसाद ग्रहण किया उन्होने अशीर्वाद स्वरूप परिवार की बालिका को अपने गले की स्वर्णमढी रूद्राक्ष की माला भेट की और बेटी के विवाह में पूर्ण सहयोग करने का अश्वासन दिया। उन्होने कहा कि वे आचार्य शंकर की परम्परा के संन्यासी है। वे समाज के अभिन्न अंग अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग का पूर्ण सम्मान करते हैं। इस एकात्म यात्रा को कुछ समाज विरोधी तत्व धब्बा लगाना चाहते हैं। उन्होने कहा कि मै इस एकात्म यात्रा के प्रतिपाद्य विषय के अनुरूप समाज में एकात्मता देश की अखण्डता और सामाजिक समरसता के प्रति अलख जगा रहा हूॅ।