सीधी(ईन्यूज़ एमपी)-जिला कलेक्ट्रेट स्थित कलेक्टर की नाक के नीचे रजिस्ट्रार और डिप्टी रजिस्ट्रार के सह पर जनता को खुलेआम लूटने का काम जोरो से चल रहा है| कोर्ट कचहरी, शासकीय कामकाजों के लिये आम जनता को स्टाम्प लेना ही पड़ता है, इसी बात का फायदा उठाकर ईस्टाम्प वेंडर रोजाना अवैध तरीके से जनता की जेब में खुलेआम डाका डाल रहे हैं| लंबे अरसे से स्टाम्प विक्रेताओं द्वारा स्टाम्प बिक्री के नाम पर आम जनता के साथ जमकर लूट खसोट की जा रही है, लेकिन इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी कुछ नहीं कर पा रहे हैं| वसूलते हैं दोगुनी कीमत:- यह गोरखधंधा सीधी जिला कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर ही संचालित हो रहा है, जहाँ स्थित स्टाम्प वेंडर सुयज्ञ नारायण द्विवेदी सहित कई स्टाम्प विक्रेता अपने अपने फड़ लगाऐ बैठे हैं। इनके द्वारा ई स्टाम्प के नाम पर आम जन से स्टाम्प के कीमत से दुगनी राशि खुलेआम वसूली जाती है| जिसमें 10 रूपये का ई स्टाम्प 100 रुपयों में, 100 रूपये का ई स्टाम्प 200 में तथा 500 रूपये कीमत का ई स्टाम्प 600 रुपयों में दिया जाता है| जब कभी कोई खरीददार ज्यादा दाम पर स्टाम्प खरीदने से मना कर देता है तो वहां मौजूद अन्य स्टांप वेंडर भी एक राय होकर उसे स्टांप देने से मना कर देते हैं। ऐसी स्थिती में उसे मजबूरन ज्यादा पैसे देकर कागजात खरीदने पड़ते हैं। ऐसा नही कि यहां हो रहे इस गोरखधंधे की जानकारी जिम्मेदार अधिकारियों को नही है, बल्कि यह सारा खेल जिम्मेदार अधिकारीयों की नाक के नीचे हो रहा है| फिर भी कोई कार्यवाही नहीं होती है| जिले के कलेक्टर दिलीप कुमार ऐसे मामलो में कार्यवाही करने के लिये जाने जाते हैं, अब आगे देखना होगा की वे इस मामले में क्या कार्यवाही करते हैं| फ़िलहाल इस मामले में जिले के जनप्रतिनिधि कार्यवाही के इंतजार में हैं, उनका कहना है की अगर इस मामले को जिला प्रशासन गंभीरता से नहीं लेता हैं तो इस मुद्दे को ऊपर तक पहुँचाया जायेगा|