सीधी(ईन्यूज़ एमपी)- जिले के विकाशखंड कुशमी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टमसार में बड़ी लापरवाही सामने आयी है। यहाँ प्रसव पीड़ा से प्रसूता तड़पती रही किंतु उपचार देने की जगह ड्यिुटी मे पदस्थ स्टाप नर्स खर्राटे भरती रही। जिसके बाद महिला का प्रसव शौंचालय मे हुआ। मिली जानकरी के अनुसार टमसार के पास ठाड़ीपाथर निवासी मुन्नी बाई पति लक्षिमण सिंह उम्र 35 वर्ष अपनी पत्नी को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टमसार में प्रसव कराने पहुंचा। अस्पताल में महिला डॉक्टर वंदना पटेल से जांच कराया गया। उसने गर्भवती महिला के पति से बोली कि आज इसका प्रसव नही होगा, फिर अस्पताल में पदस्त महिला भृत्य को दिखाए तो उसने बताया कि 12 से 1 बजे के बीच प्रसव हो जाएगा। जिसके बाद करीब 12 बजे से गर्भवती महिला का दर्द ज्यादा बढऩे लगा तब तक परिजन स्टाप नर्स वंदना पटेल को आवाज लगाते रहे दरवाजा खटखटाते रहे लेकिन महिला नर्स सोती रही| जिसके बाद गर्भवती महिला मुन्नी बाई तड़पती रही लेकिन अंत मे जब डॉ. नही आई तो किसी तरह दर्द से कराहती महिला शौचालय में गयी तब शौचालय के अंदर ही महिला गिर गई और टायलेट सीट पर ही महिला का प्रसव हो गया, तब तक महिला के पति और माँ ने महिला और बच्चे को किसी तरह शौचालय से निकाला। प्रसव के आधे घंटे बाद नर्स अस्पताल पहुँची और नर्स वंदना पटेल द्वारा परिजनो को कहा गया कि यह बात किसी को न बताना की प्रसव के समय डा.उपस्तिथ नही थी। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि सुबह होने पर नर्स द्वारा 500 रुपए की मांग की गई है। घटना के सम्बन्ध में जानकारी देते हुये पीडिता के पति ने बताया है की- मेरी पत्नी को करीब 12 बजे रात्रि के बाद जब दर्द ज्यादा बढऩे लगा तो मैने स्टाफ नर्स के कमरे में जाकर दरवाजा खटखटाया, कई बार आवाज लगाया फिर भी स्टाफ नर्स वंदना पटेल सोती रहीं इसके बाद मेरी पत्नी को असहनीय दर्द होने लगा तो वह शौचालय की तरफ गई, शौचालय मे ही प्रसव हो गया। किसी तरह शौंचालय से बाहर लाया गया, स्टाप नर्स वंदना पटेल के द्वारा पांच सौ रूपए की मांग की गई।