सीधी(ईन्यूज़ एमपी)- बेटी बचाओं और बेटी पढाओं की आयोजित कार्यशाला में सीधी के भाजपा विधायक केदार नाथ शुक्ल ने कहा कि जनजागरूकता एवं समाज की जागरूकता पर ही बेटी बचाओं और बेटी पढाओं अभियान सफल होगा इसके लिए आवश्यक है कि प्रत्येक ग्राम की महिलाओं को सशक्तिकरण से जोडा जाय और उन्हे जागरूक किया जाय। विधायक श्री शुक्ल एवं कलेक्टर दिलीप कुमार ने दिक्षा सिंह और स्मिता सिंह को लर्निग ड्रायविंग लाईसेंस प्रदान किया। कार्यशाला स्थल में ही महिलाओं के ड्राईविंग लाईसेंस बनाये जा रहे थे।कार्यशाला में कलेक्टर दिलीप कुमार, देवेन्द्र त्रिपाठी, उमेश यादव, जिला सशक्तिकरण अधिकारी प्रवेश मिश्रा, कवि डाॅ. राजकरण शुक्ला सहित प्रतिनिधि एवं आंगनवाडी कार्यकर्ताएं उपस्थित थी। विधायक श्री शुक्ल ने कहा कि आज की भयावह समस्या दहेज प्रथा है। पढे लिखे होने पर बेटी के पिता को विवाह के लिए बिना दहेज के लडके नही मिलते विवाह के पश्चात भी बेटियां ससुराल में दहेजदानव की शिकार हो जाती हैं। अतः जब तक समाज में क्रतिकारी सुधार नही आयेगा। बेटियों के प्रति रूझान नही बढेगा। अतः आवश्यक है कि समाज में जनजागरूकता पैदा की जाय। प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के सुनहरे भविष्य के लिए सरकारी सेवाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है। तथा नगरीय एवं पंचायत प्रतिनिधियों के रूप में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। बेटी के पढाई के लिए निःशुल्क किताबेें, गणवेश, तथा साईकिल, प्रदान की जाती है। अन्य अनेक सुविधाएं हैं जो बेटियों को दी जाती है। अतः आवश्यक है कि हमारे समाज में बेटे और बेटियों का अंतर दूर हो। कलेक्टर दिलीप कुमार ने कहा कि बेटियों के भविष्य का निर्माण करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। और बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए कई अधिनियम बनाए गये हैं। अतः बेटे और बेटियों के जन्म में अंतर समाप्त होना चहिए।