सीधी : कलेक्टर विशेष गढपाले ने अन्न उत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत शासकीय उचित मूल्य की दुकान पोखरा और बैसहिया का निरीक्षण कर खाद्यान्न वितरण का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि दुकानों में सामान्य रूप से खाद्यान्न का वितरण हो रहा था लेकिन शक्कर एवं नमक का नहीं आना बताया गया। पूर्व में दिए गए निर्देशों के उपरान्त भी किसी भी दुकान में इलेक्ट्रानिक तौल काटा नहीं था। निर्देशों के बाद भी दुकानों में इलेक्ट्रानिक तौल कांटा न होने पर कलेक्टर ने आपत्ति प्रकट की और जिला आपूर्ति अधिकारी तथा एआरसीएस को सभी समितियों की उचित मूल्य की दुकानों में दस दिवस के अन्दर इलेक्ट्रानिक तौल कांटा सुनिश्चित कर पालन प्रतिवेदन देने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री गढ़पाले ने बताया कि पोखरा उप स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण के दौरान एसीए द्वारा प्रदत्त मोबाइल डायनोस्टिक वैन पिछले एक माह से वहीं खड़ी मिली। ड्राइवर गाड़ी खड़ी करके चला गया है। वैन में उपलब्ध अन्य सुविधाओं को उपयोग स्टाफ के अभाव नहीं किया जाना बताया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के.दीक्षित को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक माह से वैन का अनुपयोगी होने व ड्राइवर का वेतन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से वसूला जाय। उन्हें मलेरिया के दृष्टिगत पोखरा के ऐसे क्षेत्र जहॉ स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध न हो उक्त वैन मात्र 10 दिन अधिकतम रखने के निर्देश थे परन्तु वैन पूरे समय उप स्वास्थ्य केन्द्र में ही अनुपयोगी खड़ी रही। वैन के डीजल भुगतान की नस्ती में भी डीजल के अपव्यय पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जानकारी दी जाय। उन्होंने पोंखरा के रोदो टोला में मिशन इन्द्रधनुष का भौतिक सत्यापन किया। सत्यापन के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, खण्ड चिकित्सा अधिकारी तथा जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एल.सी.गुप्ता मौजूद थे। मौके पर मौजूद श्रीमती मीना ने बताया कि उनकी 6 माह की बच्ची कुसुमकली को वे कई बार रोंदो में व्हीएचएनडी में गई परन्तु आज तक बच्ची का टीकाकरण नहीं किया गया। इसके लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग तथा खण्ड चिकित्साधिकारी से पिछले 6 माह का टीकाकरण का प्रतिवेदन मांगा है। उन्होंने कहा कि पोखरा क्षेत्र में एक वर्ष से एएनएम और स्टाफ की पदस्थापना न होने संबंधी जानकारी पुनः संज्ञान में आने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीक्षित की लापरवाही एवं उदासीनता पर गंभीर नाराजगी व्यक्त की।