बघेलखण्ड भ्रमण एवं प्रषिक्षण एजुकेषनल टूर के दौरान मध्यप्रदेष नाट्य विद्यालय भोपल की 40 सदस्यीय टीम व नाट्य विद्यालय के निदेषक देष के प्रतिष्ठित रंगनिर्देषक श्री संजय उपाध्याय जी, ख्यातिलब्ध कत्थक नर्तक श्री शषिधर आचार्य व प्रतिष्ठित कलाकारों, साहित्यकारों, समाजसेवियों की अगुआई में होगा Сसीधी लोकोत्सवТ का रोली मेमोरियल सभागार में भव्य उद्घाटन व बधेली बोली (शैली) में होगा नाटक ССलतमरबाТТ का मंचन। इन्द्रवती नाट्य समिति सीधी का यह 6वाॅ सीधी लोकोत्सव के आयोजन में बघेलखण्ड का भ्रमण एवं प्रषिक्षण मध्यप्रदेष नाट्य विद्यालय भोपाल के नाट्य प्रषिक्षणार्थियों के विषेेष एजुकेषनल टूर के रूप में होगी। उद्घाटन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सीधी विधायक पं. केदार नाथ शुक्ल, विषिष्ट अतिथि के रूप में रीवा रियासत के महाराजा पुस्पराज सिंह, व कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री चंन्द्रमोहन गुप्त जी करेंगे एवं कार्यक्रम इंजी. आर.बी. सिंह व डाॅ. अनूप मिश्र जी की उपस्थिति में होगा। उद्घाटन समारोह में ही इन्द्रवती नाट्य समिति सीधी की प्रस्तुति नाटक ССलतमरबाТТ का मंचन होगा। नाटक लतमरबा बघेली बोली, संस्कृति व यहाॅ के कलारूपों की शैलीगत विषेषता का प्रतीक है। जिसकी संगीत परिकल्पना व निर्देषन रोषनी प्रसाद मिश्र व नीरज कुन्देर जी ने किया है व मंच पर नरेन्द्र बहादुर सिंह, पुष्पेन्द्र कुमार वर्मा, रजनीष जायसवाल, आरती यादव, करूणा सिंह, प्रजीत साकेत, प्रवीण पाण्डेय, दषरथ विष्वकर्मा, बंदना सिंह, षिव नारायण कुन्देर, उपेन्द्र सिंह, आदि हैं। सीधी लोकोत्सव देष के उन पारम्परिक उत्सवों में से एक है जिसनें अपनी भाषा, संस्कृति को वैष्विक पहचान दिलाई है। उद्घाटन समारोह के बाद बघेलखण्ड के लोक कलारूपों से आगन्तुको को परिचित कराया जाएगा व उनका प्रदर्षन किया जाएगा। आप सब की उपस्थिति अनिवार्य है। इस आयोजन में अहिराई, अहिराई-लाठी, अुदनुआ, चंदैनी, बिरहा, बसदेवा, हरबोले, कोहरौहीं, चमरौहीं, करमा, शैला, गुदुम बाजा, कोलदहका आदि नृत्य व बघेली संस्कार, ऋतु, उत्सव गीतों की प्रस्तुति भी होगी। कार्यक्रम का समापन स्थानीय सभागार रोली मेमोरियल में एक्सट्रीम आर्ट एण्ड एजुकेषनल सोसाइटी की प्रस्तुति नाटक- चंदनुआ जो कि बघेली बीर अहीर चंदनुआ (लोक नायक) की गाथा पर आधारित है। जिसका लेखन व निर्देषन रोषनी प्रसाद मिश्र ने किया है, से होगा।