(ईन्यूज़ एमपी)-धर्म ग्रंथों में श्रावण (सावन) मास का विशेष महत्व बताया गया है। श्रावण का अर्थ है सुनना। इसलिए यह भी कहा जाता है इस महीने में सत्संग, प्रवचन व धर्मोपदेश सुनने से विशेष फल मिलता है। यह महीना भगवान शंकर की भक्ति के लिए विशेष माना जाता है। इस महीने में शिव उपासना से मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। इसलिए खास है ये महीना- सावन का महीना और भी कई कारणों से विशेष है क्योंकि इस दौरान भक्ति, आराधना तथा प्रकृति के कई रंग देखने को मिलते हैं। सावन में ही कई प्रमुख त्योहार जैसे- हरियाली अमावस्या, नागपंचमी तथा रक्षा बंधन आदि आते हैं, जो हमें प्रकृति, जीवों व रिश्तों का महत्व बताते हैं। सावन में प्रकृति का सौंदर्य अपने चरम सीमा पर पर होता है। आज से शुरुआज- सावन महीने की शुरुआत 10 जुलाई प्रतिपदा से हो रही है। खास बात तो यह है कि उक्त दिन की शुरुआत भगवान भोलेनाथ को प्रिय दिन सोमवार से हो रही है। यह बहुत सालों बाद संयोग बना है जब सावन की शुरुआत सावन सोमवार से हो रही है। 5 सोमवार का संयोग- सावन का पूरा महीना ही जहां अराधना के लिए विशेष है तो वहीं 5 दिन सावन सोमवार के भी भक्तों के लिए व्रत रखने को मिलेंगे। प्रथम सावन सोमवार 10 जुलाई को, दूसरा 17 जुलाई को, तीसरा 24 जुलाई, चौथा सोमवार 31 जुलाई और 7 अगस्त को 5वां सोमवार होगा। इस दिन भाई बहन के पवित्र बंधन का त्यौहार रक्षाबंधन भी मनेगा।