(enewsmp.com) 🌹।।जय श्री कृष्ण।।🌹 ।।सद् विचार।। सा भार्या या प्रियं ब्रूयति स पुत्रो यत्र निवॄति: । तन्मित्रं यत्र विश्वास: स देशो यत्र जीव्यते ॥ भावार्थ - जो सदा प्रिय बोले और मधुर व्यवहार करे, वही श्रेष्ठ पत्नी है, जो सुख प्रदान करे और हर समस्या के समय समाधान की तरह साथ निभाये, वही श्रेष्ठ पुत्र है, जिस पर हम बिना संकोच के पूर्ण विश्वास कर सकते हैं, वही अपना सच्चा मित्र है तथा जहाँ की मिटटी हमें जीवन प्रदान करती है, वही अपना देश है । 🌹सुप्रभातम्🌹 ।। आज का पंचॉग।। ----------------------------------- विक्रम संवत्2074 ग्रीष्म ऋतु, उत्तरायण,सूर्य मास--आषाढ़, पक्ष--कृष्ण वार--शनिवार तिथि--अष्टमी नक्षत्र-पूर्वाभाद्रपद् योग--आयुष्मान सूर्योदय--05,13प्रात: सूर्यास्त--06,47सायं चन्द्रोदय---12,25रात्रि ग्रह स्थिति ----------------------------------- सूर्य---मिथुन राशि, चन्द्र--मीन राशि भौम-मिथुन राशि, बुध---वृष राशि गुरू--कन्या राशि, शुक्र---मेष राशि शनि--धनु राशि, राहु---सिंह राशि केतु--कुम्भ राशि शुभकाल----05,15से07,30सुबह राहुकाल--09से10,30सुबह दिशा शूल:--पूर्व दिशा आवश्यक होने पर अदरक या उडद का सेवन कर यात्रा करें। चन्द्रस्थिति से यात्रा उत्तर ,पश्चिम विशेष:--- श्री शीतलाष्टमी का ब्रतआज ही किया जायेगा।इसी के साथ बसियउरा (बसौडा़)का ब्रत पूजन अनुष्ठान समाप्त हो जायेगा।इसमें बासी पक्वान प्रसाद स्वरूप खाने की परम्परा हैं। ।।समय शूल।। ----------------------------------- उषाकाल में पूर्व(पूरव)को, गोधूलि में पश्चिम दिशा को, अर्ध्द रात्रि में उत्तर दिशा को,और मध्यान्ह काल में दक्षिण दिशा को नहीं जाना चाहिए। आचार्य प्रभाकर प्रसाद शास्त्री बम्हनी(काली धाम ओवरहा)सीधी (म०प्र०) मो0नम्वर 9826888211 9685429985