(enewsmp.com)-🌹।।जय श्री कृष्ण।।🌹 सद् विचार----- पापं प्रज्ञा नाशयति क्रियमाणं पुन: पुन: । नष्टप्रज्ञ: पापमेव नित्यमारभते नर: ॥ भावार्थ - जिन मनुष्यों को पाप करने से भय नही लगता, पाप करना उनकी दिनचर्या बन जाता है, बार बार पाप करने से उनकी विवेकबुद्धि नष्ट हो जाती है और जिनकी विवेकबुद्धि नष्ट हो चुकी हो , ऐसे व्यक्ति हमेशा पाप करते रहने से महा पतन को प्राप्त होकर नष्ट हो जाते हैं। 🙏🏾🌹सुप्रभातम् 🌹🙏🏾 आज का पंचॉग ---------------------------------------- विक्रम संवत्2074 ग्रीष्म ऋतु, उत्तरायण सूर्य मास--आषाढ़, पक्ष---कृष्ण वार--गुरूवार, तिथि--षष्ठी नक्षत्र-धनिष्ठा, योग--विष्कुंभ-सूर्योदय--5,13प्रात:,सूर्यास्त--6,47सायं चन्द्रोदय---11,06रात्रि ग्रह स्थिति ------------------------------------------ सूर्य---वृष राशि, चन्द्र--कुम्भ राशि भौम-मिथुन राशि, बुध---वृष राशि गुरू--कन्या राशि, शुक्र---मेष राशि शनि--धनु राशि, राहु---सिंह राशि केतु--कुम्भ राशि शुभ काल----10,42से11,56 दोपहर राहु काल--01,30से03,00दोपहर दिशा शूल:--दक्षिण दिशा आवश्यक होने पर दही का सेवन कर यात्रा करें। चन्द्रस्थिति से यात्र ---पश्चिम विशेष:---सूर्य वृष राशि से11,41दिन से मिथुन राशि मे प्रवेश। भद्रास्थिति रात्रि12,33से मृत्युलोक में प्रवेश शुभ कार्य वर्ज्य। आचार्य प्रभाकर प्रसाद शास्त्री बम्हनी(काली धाम ओवरहा)सीधी (म०प्र०) मो0नम्वर 9826888211 9685429985