उज्जैन. इस बार शैव एवं वैष्णव संप्रदाय 5 सितंबर को एक साथ जन्माष्टमी पर्व मनाएगा। दो साल बाद यह अवसर आया है जब शहर के सभी कृष्ण मंदिरों में एक ही दिन रात 12 बजे कृष्ण जन्मेंगे और दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ेगा। भरतपुरी में इस्कॉन मंदिर, सिंधिया ट्रस्ट का गोपाल मंदिर, ढाबारोड पर वैष्णवों का प्रमुख मंदिर श्रीनाथ जी की हवेली हो या मंगलनाथ मार्ग पर कृष्ण की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम सभी जगह एक साथ जन्माष्टमी मनेगी। इस्कॉन व गोपाल मंदिर रंगीन विद्युत रोशनी से जगमगा उठा है। इस्कॉन मंदिर पीआरओ राघव पंडित दास ने बताया 5 सितंबर को सुबह 4.30 बजे मंगल आरती से रात 12 बजे कृष्ण जन्म तक उत्सव मनेगा। इस्कॉन की स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने पर इस बार जन्माष्टमी को स्वर्ण जयंती उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।