Уॐ नमो दैव्यै महादैव्यै शिवायै सततं नम:॥ नम: प्रकृत्यै भद्रायै नियता: प्रणता: स्मताम॥У 8 अप्रैल से शुरू हो रहा है चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी हिंदू नव वर्ष का पहला दिन। आपको बता दें की इस दिन से ही वासंतिक नवरात्रि शुरू होती है। इन 9 दिनों में मां दुर्गा की विशेष आराधना की जाती है। वहीं हिंदू मान्यता के अनुसार घर में नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना की जाती है, जिसमें ज्वारे बोया जाता है। साथ ही नवरात्री के पहले दिन से ही अखंड ज्योत जलाया जाता है। चलिए आपको बतातें है क्या है नवरात्री के पहले दिन घट स्थापना के शुभ मुहूर्त।सबसे पहले आप नहालें फिर साफ़ कपडे पहन के घट स्थापना की विधि शुरू करें। इस पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6:20 बजे से 7:50 बजे तक चल सुबह 7:50 बजे से 9:25 बजे तक लाभ सुबह 9:25 बजे से 10:50 बजे तक अमृत दोपहर 12:30 बजे से 2:00 बजे तक शुभ शाम 5:10 बजे से 6:40 बजे तक आप पूजा कर सकते हैं। हमारे हिन्दू धर्म के अनुसार साल में पड़ने वाले 4 मेसे 2 नवरात्र बेहद अहम होता हैं। इस साल नवरात्र की शुरुआत 8 अप्रैल से हो रही है। नवरात्र के 9 दिनों में माता के अलग अलग 9 रूपों की पूजा होती है। आपको बता दें की इस पूजा के साथ ऋतु मूलक बासंती संवत्सर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से और नक्षत्र मूलक शारदीय नव वर्ष आश्विन शुक्ल प्रतिपदा से प्रारंभ हो जाता है। नवरात्रि के पहले दिन करें मां शैलपुत्री की पूजा। माता की प्रार्थना से मनुष्य सभी मनोवांछित फल प्राप्त कर लेता है। माता की पूजा के समय करें इन मंत्रो का जाप : Уया श्री: स्वयं सुकृतिनां भवनेष्व लक्ष्मी:, पापात्मना कृतधियाँ हृदयेषु बुद्धि:। श्रद्धा सतां कुलजन प्रभवस्य लज्जा, तां त्वां नता: स्म परिपालय देविविश्वम॥У Уॐ नमो दैव्यै महादैव्यै शिवायै सततं नम:॥ नम: प्रकृत्यै भद्रायै नियता: प्रणता: स्मताम॥У