सीधी - कृषि विज्ञान केन्द्र, द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति जागरूकता अभियान हेतु दिनांक 05 अप्रैल 2016 को सभापति कृषि स्थायी समिति महेन्द्र सिंह चन्द्रावत उपसंचालक कृषि, श्री संजय श्रीवास्तव, परियोजना संचालक आत्मा, सीधी, श्री तख्तराज सिंह, सदस्य जनपद पंचायत, सीधी, प्रगतिशील कृषक ममदर की उपस्थिति में सम्पंन हुआ। अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम मेले में आयोजित उन्नत कृषि उत्पादन तकनीकी विषयक प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया जिसमें रीपर कम बाइन्डर, मिट्टी एवं स्टील के घड़े के द्वारा घरेलू स्तर पर फिल्टर का निर्माण कर उनके उपयोग द्वारा स्वच्छ पानी की उपलब्धता, मुर्गी की उन्नत प्रजाति कड़कनाथ, नर्मदा निधि, वनराज, सीधी जिले के लिये उपयुक्त बकरी की प्रजाति जमुनापारी का सजीव प्रदर्शन के साथ हस्तचलित चिप्स बनाने की मशीन, मूगफली छीलक मशीन, पशु चाकलेट बनाने हेतु मशीन घटको के साथ आदि का प्रदर्शन किया गया। इसके अतिरिक्त सहयोगी विभागो कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग, सीधी, एम.पी.एग्रो, सीधी, महिला बाल विकास विभाग, सीधी, महिला सशक्तीकरण, सीधी, लीड बैंक सीधी (यूनियन बैंक सीधी) एवं आदान विक्रेता कृशि कल्याण केन्द्र, सीधी द्वारा अपने-अपने विभागो की प्रदर्शनी लगाई गयी। राजमणि साहू, उपाध्यक्ष, जिला पंचायत, सीधी द्वारा कृशको से आग्रह किया कि यहॉ मेले में प्रदर्शित एवं बताई जा रही तकनीकी अपनाकर 2022 तक कृषक अपनी आय को दुगुना कर सकते है। कृषि की उन्नत तकनीकी को अपनाकर कृषि को लाभकारी उद्योग में बदला जा सकता है एवं नौजवानो को रोजगार प्राप्त किया जा सकता है। मनोज भारती जी, सभापति, कृषि समिति जिला पंचायत द्वारा बताया गया कि पशुओं की प्रदर्शनी में शामिल उन्नत प्रजातियों जैसे कड़कनाथ, नर्मदा निधि, वनराज जमुनापारी को जिले में बढ़ावा दिये जाने की सख्त आवश्यकता है। कृशि विज्ञान केन्द्र के द्वारा किये जा रहे प्रयासो के अतिरिक्त संबंधित विभागो को भी जोर दिये जाने की आवश्यकता है, उपसंचालक कृशि द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को सभी किसानो द्वारा अपनाने का आग्रह करते हुये इसकी अच्छाइयों से अवगत कराया। संजय श्रीवास्तव द्वारा केन्द्र सरकार द्वारा संचालित किसान चैनल एवं किसान काल सेन्टर के उपयोग की सलाह दी। कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. महेन्द्र सिंह बघेल द्वारा अतिथियों का स्वागत करते हुये कृषि विज्ञान केन्द्र के उद्देश्य से अवगत कराते हुये कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा सांसद आर्दश ग्राम में संचालित योजनाओ से अवगत कराया गया तथा सिंचाई की उन्नत तकनीको को अपनाकर सिंचाई जल की बचत के साथ अधिक उत्पादन प्राप्त करने की सलाह दी गयी। डा. श्रीमती अलका सिंह द्वारा कृषि में महिलाओं की भूमिका से प्रांगण में उपस्थित समस्त सम्मानितों से अवगत कराते हुये बताया गया कि स्वस्थ्य महिलायें भी सक्रिय भागीदारी के बिना कृषि, परिवार, समाज में विकास की कल्पना सम्भव नहीं है स्वच्छता को अपनाकर बिमारियों पर होने वाले खर्च को बचाया जा सकता है। केन्द्र के पौध संरक्षण विशेषज्ञ डा. जयसिंह द्वारा कृषको को समन्वित पौध संरक्षण तकनीकी अपनाने की सलाह देते हुये बताया गया कि कीट एवं रोग प्रबंधन हेतु जैविक विधियॉ ही स्थायी एवं सतत् निदान दे सकती है। पशुओं के स्वास्थ्य के खनिज तत्वों, अन्तः एवं वाह्य परजीवी प्रबंधन, एजोला के उपयोग के महत्व पर डॉ. अखिलेश कुमार चौबे विस्तृत प्रकाश डाला गया। डा. धनंजय सिंह द्वारा मृदा परीक्षण एवं पोषक तत्वों की समन्वित प्रबंधन हेतु विविध उपायो से कृषको को अवगत कराया गया। महाप्रबंधन, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र सीधी को श्री अविरल चौरसिया द्वारा उनके विभागो द्वारा संचालित विविध योजनाओं को बताते उनका लाभ उठाने की सलाह दी गयी। प्रगतिशील कृषक मेड़नाली पद्वति से अरहर, चना की बुवाई से समान्य की तुलना में 1.5 गुना से 2 गुना अधिक उत्पादन प्राप्त किया गया। आयोजन का सफल संचालन डा. श्रीमती अलका सिंह द्वारा किया गया एवं आभार प्रदर्शन डा. जय सिंह द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में जिले के 78 ग्रामो के 857 कृषक, किसान मित्र/कृषक दीदी एवं विभिन्न विभागो के 59 अधिकारी एवं कर्मचारियों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।