सीधी(ईन्यूज एमपी)-जनपद पंचायत सीधी के ग्राम पंचायत माटा में हुए भ्रष्टाचार और फर्जी भुगतान की शिकायत विगत 1 वर्षों से लंबित पड़ी है लेकिन अभी तक मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई है जिसके कारण ग्रामीणों द्वारा अब जनप्रतिनिधियों का रुख अपनाया गया है। बता दें कि ग्राम पंचायत माटा में हुए फर्जी निर्माण और फर्जी भुगतान की शिकायत ग्रामीणों ने सीईओ से की है, लेकिन आज दिनांक तक मामले में कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है, जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा जनप्रतिनिधियों से इसकी शिकायत की गई है मामले का जिक्र करते हुए ग्रामीणों द्वारा बताया गया है, कि ग्राम पंचायत माटा में अधिकतर निर्माण कार्य महज कागजों में ही हुए हैं, जबकि भुगतान हो चुका है शिकायती आवेदन में बताया गया है कि ग्राम पंचायत माटा के आमहा में पीसीसी सड़क का निर्माण नहीं कराया गया है, जबकि ₹90000 का भुगतान हो चुका है इसी प्रकार चंदबली के घर से भोला सिंह के घर तक स्वीकृति सीसी सड़क का निर्माण भी नहीं कराया गया है जबकि दो लाख से अधिक का भुगतान कागजो में किया जा चुका है। इसी प्रकार आदिवासी बस्ती करही में तुलसी सिंह के घर के इर्द-गिर्द स्वीकृत पुलिया का निर्माण नहीं हुआ है जबकि 93000 का भुगतान कागजों में किया जा चुका है। शौचालयों पर व्यय 800000 से अधिक का भुगतान हितग्राहियों के खाते में ना कर वेंडरों के खाते में कर दिया गया है। साथ ही कार्यालय व्यय सामग्री के नाम पर 800000 व्यय किए गए हैं, जबकि कार्यालय में कोई भी सामग्री नहीं है। विदित हो कि सीधी जनपद की माटा पंचायत हमेशा से सुर्खियों में रही है अगर यंहा पर पिछले पांच सालों से अब तक की जांच कराई जाये तो एक बड़ा भ्रष्टाचार का जखीरा निकल कर आयेगा । लेकिन जिम्मेदार जिम्मेदारों पर इतना क्युं मेहरवान हैं समझ से परे है , समझा जाता है कि समय रहते अगर आला अधिकारी पलीता लगाने वालों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नही करते तो मामला विधानसभा में गूंजेगा ।