इंदाैर(ईन्यूज एमपी)- मध्य प्रदेश में जबलपुर, भोपाल के बाद बुधवार को इंदौर और उज्जैन में भी कोरोनावायरस के संक्रमित मरीज मिले हैं। इंदौर में पॉजिटिव मिले 4 मरीजों में से 3 एक ही परिवार के हैं, इनमें से एक पिछले दिनों ऋषिकेश से लौटा था। इन्हें शहर के बॉम्बे अस्पताल, अरिहंत अस्पताल और एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उज्जैन में 4 दिन से भर्ती महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही राज्य कोरोना के मरीजों की संख्या 14 हो गई है। अब तक जबलपुर में 6, भोपाल, ग्वालियर और शिवपुरी में एक-एक पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, मंगलवार को 21 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें से इंदौर से 13 और आसपास के जिलों के 8 सैंपल हैं। एमजीएम मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब में इनकी जांच की गई। इंदौर में 222 लोग होम क्वारैंटाइन हैं। इनमें से 14 की रिपोर्ट आना बाकी है। वहीं, 162 लोग ठीक हो गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जहां से विदेशी मेहमान लौटे हैं, ऐसे सभी राष्ट्रीय उद्यानों, पर्यटन क्षेत्रों की सघन जांच की जाए। निजी अस्पतालों में उपलब्ध मेडिकल अमले का भी उपयोग करें। दूसरी ओर, प्रशासन ने भोपाल के हमीदिया अस्पताल को खाली कराने के आदेश दिए हैं। इसमें 600 बैड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व हैं। अन्य 200 बैड पर अभी मरीज हैं, जिन्हें दो दिन में कहीं और शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके अलावा इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, सागर और रीवा मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों को महामारी के इलाज का सेंटर बनाया जाएगा। हमीदिया अस्पताल अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए तीन यूनिट बनाई गई हैं। प्रत्येक यूनिट में पल्मोनोलॉजिस्ट, मेडिसिन, पीडियाट्रिक, ईएनटी और एनीस्थीसिया विशेषज्ञ डॉक्टर ड्यूटी करेंगे। यूनिट में ड्यूटी करने वाले डॉक्टर एक सप्ताह तक मरीजों का इलाज करेंगे। इन्हें एक सप्ताह की ड्यूटी खत्म होने के बाद 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा। इसकी वजह मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर्स, पैरामेडिकल, नर्सिंग स्टॉफ को मरीजों का इलाज करने के दौरान सबसे ज्यादा संक्रमण होने का खतरा होता है।