भोपाल (ईन्यूज एमपी)- ग्वालियर और शिवपुरी में कोरोना वायरस के एक-एक प्रकरण पॉजिटिव पाए जाने के बाद यहां भी कर्फ्यू लगाया जाए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में मंगलवार को कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के उपायों पर समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिए। साथ की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा है। दरअसल, बैठक में यह बताया गया कि जबलपुर में यह अफवाह फैला दी गई कि सौ-डेढ़ सौ लोग मर गए हैं। कोरोना वायरस रुक नहीं रहा है। दोपहर साढ़े तीन बजे मंत्रालय पहुंचे मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस के फैलाव और रोकथाम के उपायों पर अधिकारियों से फीडबैक लिया। इस दौरान प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पल्लवी जैन गोविल ने बताया कि ग्वालियर और शिवपुरी में एक-एक प्रकरण पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद सतर्कता और बढ़ा दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों जिलों में भी भोपाल और जबलपुर की तरह कर्फ्यू लगाया जाए। लोगों को घरों से निकलने से रोका जाए। जनता तक यह संदेश पहुंचाया जाए कि वे संपर्क की कड़ी को तोड़ें और कुछ दिन घर के बाहर न निकलें। जरूरी सामग्री लेने भी सीमित समय के लिए बाहर जाएं। अधिकारियों से कहा कि अत्यावश्यक सामग्रियों की आपूर्ति बाधित न हो, इसके पुख्ता इंतजाम किए जाएं। दूध, सब्जी, किराना, दवा सहित अन्य सामग्रियां मिलें, यह सुनिश्चित किया जाए, लेकिन कहीं भी भीड़ नहीं लगनी चाहिए। कलेक्टर सहित पूरा प्रशासनिक अमला मुस्तैदी से इस महामारी से निपटने के लिए खुद को झोंक दें। कोरोना से किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। सबके सहयोग से इस पर काबू पाया जा सकता है। इसके लिए जनमानस बनाने सोशल मीडिया से लेकर सभी साधनों का इस्तेमाल करें। बैठक में जब यह बताया गया कि जबलपुर में यह अफवाह फैला दी गई कि सौ-डेढ़ सौ लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हो गई है और यह रुक नहीं रहा है तो मुख्यमंत्री ने सख्ती से कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। स्वास्थ्य विभाग सटीक जानकारी लोगों को मीडिया के जरिए उपलब्ध कराएं। निजी अस्पतालों में उपलब्ध अमले से भी सहयोग लिया जाए। साथ ही जिन राष्ट्रीय उद्यानों, पर्यटन क्षेत्रों से भ्रमण करके विदेशी मेहमान लौटे हैं, वहां सघन जांच कराई जाए। अधिकारियों ने बताया कि भोपाल मेमोरियल अस्पताल और अनुसंधान केंद्र को कोरोना वायरस की जांच के लिए राज्य स्तरीय संस्थान घोषित कर दिया है। बैठक में चिकित्सा सलाह के मुताबिक सभी अधिकारियों की बैठक व्यवस्था में एक मीटर का अंतर रखा गया। इस दौरान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी सहित संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव मौजूद थे। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में अब तक कुल नौ पॉजिटिव प्रकरण का पता लगा है। यह सभी भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और शिवपुरी के हैं। कुल 26 प्रकरण जांच के लिए भेजे गए हैं और एक हजार 920 की निगरानी की जा रही है। जिन जिलों में विदेशी नागरिक आए थे, वहां शहरी क्षेत्रों में घर-घर जाकर जांच करने के साथ निगरानी रखी जा रही है। मुख्यमंत्री ने ऐसे संभावित घरों और क्षेत्रों को तत्काल अलग रखने के निर्देश दिए, ताकि वहां रहने वाले किसी के संपर्क में न आ पाएं। सभी दस डिस्टिलरी (आसवनी) को सैनिटाइजर बनाने के लिए कहा गया है, ताकि वह स्थानीय स्तर पर आसानी से उपलब्ध हो सके।