पंडित संकर्षण मिश्रा ( सीधी) , नाग पंचमी 19 अगस्त बुधवार के दिन को है। यह सुख, शांति, समृद्धि का प्रतीक पर्व है। इस वर्ष नाग पंचमी पर 13 वर्षो के बाद दुलर्भ संयोग बन रहा है। नाग पंचमी के दिन सूर्य और वृहस्पति सिंह राशि में और चंद्रमा कन्या राशि में होंगे। नाग पंचमी पर होगा सूर्य गुरु यूति संयोग ऐसा संयोग 13 वर्षों के बाद आ रहा है। यह संयोग सुख शांति और समृद्धि प्रदान करने वाला है। नाग पंचमी के दिन भगवान शिव के विधिवत पूजन से हर प्रकार का लाभ प्राप्त होता है। विधिवत शिव पूजा करने से मिलेगा लाभ जिसकी कुंडली में काल सर्प दोष के कारण जीवन में अनके प्रकार की परेशानियां आती हों, नौकरी और व्यापार में रुकावट हो, राहु के महादशा में केतु का अंतरदशा और केतु के महादशा में राहु की अंतरदशा हो, इसके कारण दुर्घटना, पति- पत्नी में वियोग हो तो बुधवार को राहु काल में शिव की आराधना करनी चाहिए। ऐसा संयोग बार-बार नहीं आता। ऐसा संयोग भक्तों के लिए वरदान के समान है। नागपंचमी के दिन तीन धातुओं से बना नाग- नागिन भगवान शिव पर चढ़ाकर पूजन करना शुभ रहेगा। प्रत्यक्ष नाग का पूजन एवं नाग को दुध पिलाना शास्त्रो में वर्जित बताया है अत:नाग-नागिन को दुध नही पिलाना चाहिए।