शिवपुरी(ईन्यूज एमपी)- प्रदेश के नंबर-1 रह चुके जिला अस्पताल में मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। भर्ती एक मरीज ने दम तोड़ दिया। मेडिकल वार्ड के पलंग पर पांच घंटे तक मृतक मरीज का शव पड़ा रहा। आंख पर चीटियां रेंगती नजर आने लगीं। जिला अस्पताल इसे साधारण मौत बता रहा है, लेकिन इंसानियत के नाम पर यह घटना शर्मसार करने वाली है। मरीज ने जब दम तोड़ा, तब उसके साथ कोई परिजन मौजूद नहीं था। शहर की फक्कड़ कॉलोनी में रहने वाले बालचंद्र लोधी (50) पुत्र रूपसिंह लोधी को इलाज के लिए दो दिन पहले जिला अस्पताल के मेडीकल वार्ड में भर्ती किया गया था। बताया जा रहा है कि वह क्षय रोग से पीड़ित था। इलाज के दौरान सुबह 6 बजे उसकी मौत हो गई, लेकिन अस्पताल के स्टाफ ने सुध नहीं ली तब आसपास के मरीजों ने 8 बजे अस्पताल के स्टाफ को जानकारी दी। बावजूद इसके ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर दिनेश राजपूत सहित वार्ड ब्वॉय और नर्सों ने कोई ध्यान नहीं दिया। शव पांच घंटे तक पलंग पर पड़े रहने के कारण मरीज की आंख पर चीटियां रेंगती दिखाई देने लगीं। अस्पताल प्रबंधन किस कदर लापरवाह है, इसकी बानगी इस बात से मिलती है कि न सिर्फ स्टाफ को मरीजों ने सूचना दी, बल्कि 11 बजे तक जब कोई मृतक बालचंद की सुध नहीं लेने आया तो मरीजों ने ही उसकी पत्नी रामश्री लोधी को बुलाया।