सीधी कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने समय सीमा के पत्रो के निराकरण के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि आज 17 अगस्त से 2 अक्टूबर तक जिले मे स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाये जाने वाले महिला स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन का लाभ वास्तविक रूप से महिलाओं को मिलें अतः आवश्यक है कि इसे सामान्य प्रक्रिया मे न लेकर विशेष रूप से किया जाय। इसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एंव प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सा विशेषज्ञों को भेजकर बीमार महिलाओं का विशेष उपचार किया जाय। बैठक में जिला पंचायत के सी.ई.ओं मोहित बुन्दस, अपर कलेक्टर डाॅ. एम.पी.पटेल, संयुक्त कलेक्टर मनोज मालवीय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.के. दीक्षित सहित जिला अधिकारी उपस्थित थें। कलेक्टर श्री गढ़पाले ने कहा कि महिला स्वास्थ्य शिविरों में महिलाओं को होने वाली गम्भीर बीमारी का इलाज सबसे पहले किया जाय। रक्ताल्पता ग्रस्त महिलाओं को अभियान के रूप में आयरन फोलिक एसिड की गोलियां अभियान के तौर पर वितरित की जायं। बताया गया कि महिला स्वास्थ्य शिविरों में महिलाओं का आशा कार्यकर्ताओं द्वारा परीक्षण किया जायेगा। गम्भीर रूप से पीडित महिला को जिला अस्पताल एवं मेडिकल अस्पताल रीवा भेजा जायेगा। जिला टीकारण अधिकारी ने बताया कि नवम्बर माह से पोलिया की दवा लान्च की जा रही है। जो कि लिक्वड वैक्सीन होगी। इसे इन्जेक्शन के द्वारा दिया जायेगा। कलेक्टर श्री गढ़पाले ने निर्देश दिये कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत प्राप्त 4 लाख 28 हजार आवेदन पत्रो को विभिन्न बैकों में फीड करा दिया जाय और ग्रामीणों का बीमा किया जाय। उन्होने कहा कि जिला शिक्षा केन्द्र के जिला परियोजना समन्वयक को निर्देश दिये गये थे कि जिले में स्थित समस्त 2300 स्कूलों की दीवारों पर मध्यान्ह भोजन का मीनू आयल पेन्ट से अंकित कराया जाय। उन्होने स्वच्छता अभियान के तहत समस्त विभागों के मैदानी अमलों को अपने घरों मे शौचालय निर्माण के निर्देश दियें और कहा कि सम्बन्धित जिला अधिकारी शौचालय निर्माण की हर सप्ताह प्रगति प्रतिवेदन देगें। साथ ही जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, जनपद सदस्य और सरपंच एवं पंचो को निर्देश दिये कि वे अपने आवासों में शौचालय का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर करायें। कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि कृषि का मैदानी अमला किसानों को धान की बोनी एस.आर.आई. पद्धति से करने की समझाईस दें और किसानों को एस.आर.आइ्र्र. पद्धति से ही बोनी करने के लिए प्रोत्साहित करें।