सीधी ( ईन्यूज एमपी )- बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी सांसद रीती पाठक के साथ मतदान केन्द्र कोष्टा में चुनाव के दौरान की गई अभद्रता मामले में कलेक्टर अभिषेक सिंह ने पुलिस अधीक्षक तरुण नायक को एक पत्र जारी कर जबाब मांगा है । सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक 29 अप्रैल को कोष्टा मतदान केन्द्र में चुनाव कार्य के दौरान घटित घटना को लेकर कलेक्टर एंव जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक सिंह ने गम्भीरता से लेते हुये दोषी सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिये थे । जानकारी के मुताबिक शोषल मीडिया में वायरल वीडियो में वाद विवाद को देखने के उपरांत नियमों का उलंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस को तत्काल ही उनके ऊपर आदर्श आचार संहिता के उल्लघंन पर प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिये थी। अधिनियम की धारा 123 (1) (बी) में स्पष्ट प्रावधान है कि " मतदान केन्द्र के भीतर या प्रवेश द्वार या उसके पड़ोस में के किसी लोक स्थान में चिल्लायेगा न विच्छृंखलता से ऐसा कोई अन्य कार्य करेगा कि मतदान के लिए मतदान केन्द्र में आने वाले किसी व्यक्ति को क्षोभ हो या मतदान केन्द्र में कर्तव्यारूढ़ अधिकारियों या अन्य व्यक्तियों के काम में हस्तक्षेप हो" दोषी होगा। अपने पूरे लावलश्कर, सुरक्षा कर्मी, वीडियो फोटोग्राफर के साथ कोष्टा मतदान केन्द्र में प्रवेश करने जैसे तथ्य वीडियो में पाये गये हैं । यही नही पदस्थ अमले को धमकाना तथा मोबाईल से बात करना भी नियम विरुद्ध है पूरे 14 मिनट के वायरल वीडियो सामने आने से पता चला कि यह तो सोची समझी रणनीति के तहत पूरा घटना क्रम रचा गया था 14 मिनट वाले वीडियो में गमछा छाप कौन है तेज-तेज आवाज में पीठासीन अधिकारी को धमकाने जैसे तथ्य पत्र में शामिल हैं । कायदे से तो वहां पदस्थ सुरक्षा अमले को तत्काल ही संज्ञान लेकर कार्यवाही करना था। 29 अप्रैल को हुये इस वाकये पर लगता है कि प्रशासन स्वयं बचाव की मुद्रा में आ गया है ।