इंदौर(ईन्यूज एमपी)- प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों द्वारा ट्रेन में अक्सर हंगामा करने की खबरें आती हैं। इसी तरह का मामला मंगलवार को इंदौर में सामने आया। रेलवे की परीक्षा देकर लौट रहे छात्रों ने इंदौर-हावड़ा शिप्रा एक्सप्रेस में जमकर हंगामा किया। इन छात्रोंं ने रिजर्वेशन कोच में चढ़ने की कोशिश की जिससे रेलवे स्टेशन पर काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा। जिन छात्रों को कोच में घुसने को नहीं मिला उन्होंने ट्रेन के सामने खड़े होकर जमकर नारेबाजी की और ट्रेन को आगे नहीं बढ़ने दिया। इससे करीब एक घंटे बाद ट्रेन रवाना हो सकी। इंदौर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर बीती रात हंगामे की स्थिति रही। रेलवे की परीक्षा देकर लौटते समय छात्रों ने यहां जमकर हंगामा किया। खुद को उत्तरप्रदेश-बिहार का बताने वाले कई छात्र शिप्रा एक्सप्रेस के रिजर्वेशन कोच में घुस गए, जिससे उन यात्रियों को काफी परेशानी हुई जिनके आरक्षित टिकट थे। हंगामे के कारण कई यात्रियों की ट्रेन छूटने से बची, वहीं कई लोगों को सीट ही नहीं मिल पाई। इन छात्रों ने रिजर्वेशन कोच में सीटों पर कब्जा जमा लिया और जिन यात्रियों की आरक्षित सीटें थी उन्हें कोच में घुसने नहीं दिया। छात्रों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि कई यात्री ट्रेन में घुस ही नहीं पाए। जब ट्रेन में जगह नहीं मिलने से नाराज छात्रोंं ने ट्रेन के सामने जमकर नारेबाजी की गई और ट्रेन को आगे नहीं बढ़ने दिया गया। ट्रेन को निर्धारित सवा 11 बजे रवाना होना था, लेकिन छात्रों के हंगामे के कारण ट्रेन करीब एक घंटे बाद रवाना हुई। बाद में आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने हंगामा कर रहे छात्रों को ट्रेक से हटाया गया और फिर ट्रेन रवाना हो सकी। इस ट्रेन से जैन समाज के 500 लोगों ने शिखरजी यात्रा पर जाने के लिए रिजर्वेशन कराया था, लेकिन इन यात्रियों की सीटों पर छात्रों ने कब्जा कर लिया था। इस कारण जैन समाज के लोगों को काफी परेशानी हुई। कई यात्रियों को खड़े होकर सफर करना पड़ा।