रीवा(ईन्यूज एमपी)- रीवा पुलिस ने मादक पदार्थों की धरपकड़ में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक करोड़ का गांजा जब्त किया है। तस्करों ने गांजे की महक को दबाने के लिए उसके ऊपर डालडा घी के डिब्बे रख दिए थे ताकि चेकिंग होने पर पुलिस अधिकारियों को चकमा दिया जा सके। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मादक पदार्थ के अवैध कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। आईजी उमेश जोगा ने इसे लेकर जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर अपना मुखबिर तंत्र सक्रिय किया। इसी बीच मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर चोरहटा थाना प्रभारी अनिमेष दुवेदी ओर एसआई शिवा अग्रवाल के नेतृत्व में टीमें बनाई और शहर से ढाई किलोमीटर दूर घेराबंदी करते हुए एक ट्रक को पकड़ा। ट्रक की तलाशी ली गई तो उसमें 10 क्विंटल से ज्यादा गांजा मिला। इसकी कीमत 1 करोड़ से ज्यादा है। डालडा के नीचे छिपा था गांजा गांजा तस्करों ने पुलिस को चकमा देने और गांजे की महक को छिपाने के लिए ट्रक के ऊपरी हिस्से में डालडा घी के डिब्बे रख दिए थे। इन डिब्बों के नीच 10 क्विंटल गांजा रखा हुआ था। लेकिन पुलिस को ट्रक में गांजा होने की पुख्ता जानकारी मिली थी, ऐसे में पुलिस ने सघनता से जांच करते हुए जब डालडा घी के डिब्बे हटाए तो नीच गांजे की बड़ी खेप मिल गई। उड़ीसा से पहुंचा था गांजा, जंगल में बनाया था अड्डा पूछताछ में ये पता चला कि गांजे की ये खेप उड़ीसा से ट्रक में लोड होकर निकली थी। इसी दौरान मुखबिर तंंत्र भी सक्रिय हुआ और मप्र पुलिस को सूचना मिल गई। गिरफ्तार किए गए गांजा तस्करों ने पूछताछ में बताया कि रीवा पुलिस की कार्रवाई के डर से उन्होंने गांजा स्टॉक करने का अड्डा बदल दिया था। उन्होंने बताया कि गांजे की ये खेप पन्ना जिले के पवई में उतरती। यहां के जंगल वाले इलाके में अड्डा बना रखा था। यहां से छोटी गाड़ियों में जिले के दूसरे स्थानों पर सप्लाई किया जाता था। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि बाणसागर कालोनी के पास रहने वाला जैसवाल इस गिरोह का मास्टरमाइंड है। ये आरोपित पहले भी पकड़ा जा चुका है। फिलहाल पुलिस उसकी धरपकड़ में लगी है। 10 करोड़ तक बिकता ये गांजा पुलिस के मुताबिक वैसे तो जब्त की गई इस 10 क्विंटल गांजे की कीमत 1 करोड़ रुपए है, लेकिन फुटकर बिकने पर ये करीब 10 करोड़ रुपए में बिकती। चुनाव के कारण नहीं हुई थी डिलेवरी पूछताछ में पता चला है कि मध्यप्रदेश के मादक पदार्थ तस्करों ने गांजे की इस खेप के लिए उड़ीसा में गांजा उत्पादकों को काफी पहले ही पैमेंट कर दिया था, लेकिन विधानसभा चुनाव और आचार संहिता की सख्ती के कारण इस गांजे की सप्लाई नहीं हो पाई थी। लेकिन जैसे ही पुलिस की चेकिंग कम हुई तस्करों ने खेप मंगा ली। दरअसल कुछ समय बाद लोकसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में दोबारा आचारा संहिता लग जाएगी। ऐसे में गांज की सप्लाई फिर रुक जाती। डीजीपी ने दी बधाई एक करोड़ का गांजा पकड़ने वाली पुलिस टीम को डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने बधाई दी। इस टीम में आईजी उमेश जोगा, एसपी आबिद खान, एएसपी आशुतोष गुप्ता, शिवकुमार वर्मा और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। डीजीपी ने कार्रवाई में शामिल कर्मचारियों को पुरस्कृत करने की बात भी कही।