भोपाल(ईन्यूज एमपी)- मंत्रिमंडल में विभागों के बंटवारे के साथ ही कमलनाथ सरकार एक्शन में आ गई है। फिजूलखर्ची रोकनेे के लिए जल्द ही आनंद विभाग और जनअभियान परिषद को बंद कर आध्यात्मिक विभाग बनाया जाएगा। इधर, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने पहली ही बैठक में बीआरटीएस पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने इसे अनुपयोगी बताते हुए कहा कि इसे बंद करने पर विचार किया जाएगा। इधर, विधि मंत्री पीसी शर्मा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और कर्मचारियों पर दर्ज झूठे मुकदमे वापस लेने की बात कही है। कांग्रेस सरकार भाजपा शासन में खोले गए आनंद विभाग और जनअभियान परिषद को बंद करेगी। बजट सत्र में इस मामले को लाया जाएगा। सरकार जल्द ही आध्यात्मिक विभाग बनाएगी। यह विभाग आध्यात्मिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ ही धार्मिक न्यास आदि की गतिविधियों को भी नियंत्रित करेगा। गौरतलब है कि भाजपा सरकार ने जनअभियान परिषद के 50% कर्मचारियों को नियमित करने की तैयारी कर ली थी। सरकार फिजूलखर्ची भी कम करना चाहती है। इसके लिए मार्च 2019 तक नए वाहन की खरीदी, एसी व अन्य विलासिता उपकरण खरीदने के अलावा नए साल के कैलेंडर छापने पर रोक लगा दी गई है। सरकार का एक कैलेंडर व डायरी सिर्फ राजस्व विभाग से जुड़े सरकारी मुद्रणालय द्वारा ही छापे जाएंगे। वित्त विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं।