भोपाल(ईन्यूज़ एमपी) - मध्य प्रदेश में चौथी बार सरकार बनाने में नाकाम हुई भाजपा अब विधानसभा अध्यक्ष के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा करने के मूड में हैं। सूत्रों के मुताबिक संघ ने भी पार्टी को इस बारे में हरी झंडी दी है। बीजेपी के पास 109 विधायक हैं, वहीं कांग्रेस के पास 114 विधायकों की संख्या है, जबकि उसे बाहर से अन्य पार्टियों के विधायकों का समर्थन प्राप्त है। हालांकि, पार्टी की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक ऐलान अभी नहीं किया गया है। लेकिन ऐसे संकेत मिलते हुए दिखाई दे रहे है, अगर बीजेपी ऐसा करती है तो कांग्रेस के लिए परेशानी हो सकती है।ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि सियासी दांवपेच में कौनसी पार्टी बाजी मारती है। दरअसल, 15 सालों बाद कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब हो गई है और मुख्यमंत्री के साथ मंत्रिमंडल का भी विस्तार हो चुका है। सभी मंत्रियों को विभाग भी बांटे जा चुके है और अब बस विधानसभा और उपाध्यक्ष का फैसला होना है। चुंकी 7 जनवरी से विधानसभा का का पहला सत्र शुरु होने जा रहा है, ऐसे में कांग्रेस की गुटबाजी और अंदरुनी खींचतान का फायदा उठाकर भाजपा अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा करने की तैयारी में है, क्योंकि विधायकों की संख्या में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है। भाजपा के कई वरिष्ठ विधायकों ने भी संघ को यह सुझाव दिया है। हालांकि भाजपा की तरफ से कौन उम्मीदवार होगा, यह अभी तय नहीं है।वही इस खबर के कांग्रेस में हड़कंप मच गया है।अगर भाजपा अपनी तरफ से कोई उम्मीदवार खड़ा करती है तो वह कांग्रेस के लिए चुनौती साबित हो सकता है। फिलहाल कांग्रेस की ओर से विधानसभा अध्यक्ष के लिए सीनियर एनपी प्रजापति का नाम आगे चल रहा है। हालांकि इस पर अभी अंतिम मुहर लगना बाकी है। वही दूसरी तरफ भाजपा ने नेता प्रतिपक्ष का फैसला अभी टाल दिया है। भाजपा संगठन की मानें तो वह ब्राह्मण वर्ग से किसी नेता को नेता प्रतिपक्ष की कमान सौंपना चाहता है। इस वर्ग में नरोत्तम मिश्रा और गोपाल भार्गव दो बड़े नाम हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भी यही सोच है कि नेता प्रतिपक्ष की कमान अगड़ी जाति को सौंपी जाए।इस वजह से भाजपा का एक वर्ग पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाना चाहता है।हालांकि भाजपा में नेता प्रतिपक्ष पद के लिए भी कई दावेदार हैं। माना जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष पद का निर्णय भाजपा फिलहाल टाल सकती है और पहले सत्र में नेता प्रतिपक्ष के बिना ही कांग्रेस को घेरने की तैयारी करेगी।