भोपाल(ईन्यूज एमपी)- पुलिस मुख्यालय में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी पहली बैठक में एक ही पद पर जमे अफसरों पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि यह प्रथा समाप्त होना चाहिए। वहीं, पदस्थापना को लेकर भी सीएम ने संदेश दिया कि पोस्टिंग जान-पहचान नहीं, बल्कि नियमों से ही की जाए, जिससे किसी पुलिसकर्मी के साथ पक्षपात जैसा संदेश न जाए। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को पुलिस मुख्यालय पहुंचकर सभी अधिकारियों से उनकी मौजूदा पदस्थापना की तारीख के साथ नाम, बैच और शाखा के साथ परिचय लिया। सूत्रों के मुताबिक इसमें वे कुछ अधिकारियों की छह-सात साल से एक ही पद पर पोस्टिंग सुनकर चौंक गए। बाद में उन्होंने पत्रकारों से चर्चा में इसका हवाला भी दिया और कहा कि सालों से एक ही पद पर पदस्थापना की प्रथा समाप्त होगी। वहीं, मीटिंग में पोस्टिंग को लेकर स्पष्ट किया कि जान-पहचान या चहेतों के आधार पर पुलिसकर्मियों की पदस्थापना नहीं होना चाहिए। नाथ ने अधिकारियों को कहा कि सरकार के प्रस्ताव पर अपने विचार रखना चाहिए और फैसले को लेकर चिंता नहीं करना चाहिए। सहमति-असहमति अलग विषय होता है। पुलिस अपनी छवि खुद बनाती है मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस अपनी छवि खुद बनाती है। प्रदेश की छवि बनाने में पुलिस की अहम भूमिका होती है। सूत्रों ने बताया कि जब गांव में कहीं खड़े होते हैं और किसी अवैध गतिविधि के बारे में पूछते हैं तो बताया जाता है कि पुलिस ही तो करा रही थी। नाथ ने कहा कि पुलिस अपनी छवि खुद बनाती है या बिगाड़ती है। पुलिस का बजट बढ़ेगा मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की जरूरतों का मूल्यांकन होगा। उन्होंने स्वीकार किया कि पुलिस का बजट कम है और उसे बढ़ाया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक योजना शाखा ने पुलिस बल और जनसंख्या के राष्ट्रीय औसत की जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि प्रदेश में तो बेहद स्थिति खराब है। सीएम ने पुलिस बल बढ़ाए जाने की बात भी कही।