सीधी: भारतीय सशस्त्र सेनाओं के ऐसे जवान जो देश की रक्षा, राज्य की सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा के दौरान एवं प्राकृतिक आपदाओं में कर्तव्य का पालन करते समय वीरगति को प्राप्त हो जाते हैं ऐसे सैनिकों का स्मरण करने, सम्मान देने तथा देश की जनता का अपने सैनिकों के प्रति एकजुटता प्रगट करने के लिए देश में प्रतिवर्ष 7 दिसम्बर का दिन सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के रूप में मनाया जाता है। झण्डा दिवस के अवसर पर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ले.कर्नल सेवा निवृत्त पी.गंगा ने कलेक्ट्रेट परिसर आकर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और प्रभारी कलेक्टर मोहित बुन्दस को झण्डा लगाकर झण्डा दिवस का शुभारम्भ किया। सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पर्व पर दान से प्राप्त की गई राशि से शहीद सैनिक के आश्रितों, विकलांग सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के पुनर्वास एवं कल्याण हेतु कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं। जैसे कि पूर्व सैनिकों के बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान करना, पुत्री विवाह पर अनुदान, अपंग, मानसिक रूप से विकलांग बच्चों को अनुदान, पूर्व सैनिकों, उनकी विधवाओं को चिकित्सा उपचार, स्वरोजगार, सिलाई-कढ़ाई मशीन, कृत्रिम अंग, नॉन पेंशनर, निःसंतान, पूर्व सैनिक, विधवा की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार करने वाले व्यक्ति को अंतिम संस्कार की राशि उपलब्ध कराई जाती है। इस निधि का संचालन अमलगमेटेड स्पेशल फण्डफार रिकस्ट्क्सन एंड रिहाबिलिटेशन फार एक्ससर्वितमेन, मध्यप्रदेश के नाम से महामहिम राज्यपाल की अध्यक्षता में गठित राज्य प्रबन्धन समिति द्वारा किया जाता है। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने अपर कलेक्टर डॉ. एम.पी.पटेल को झण्डा लगाया। इस मौके पर अपर कलेक्टर डॉ. पटेल ने 500 रूपये की राशि दान में दी। इस मौके पर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के विद्यानाथ सोनी, वाई.पी.शुक्ला, ए.के.शर्मा, लोकनाथ सिंह एवं रमेश प्रसाद सहित कर्मचारी तथा पत्रकारगण उपस्थित थे।