सीधी enewsmp.com इन दिनों जिला पंचायत सहित करुणा भवन की अनेक शाखाओं में फाइलों का ढेर लगा हुआ है , और भाऊ अपने इतने मंहगे हैं कि गैर कमीशन मजाल क्या कि उनकी चिड़िया बैठ जाये अधिकांश फाइलें तो ऐसी हैं कि उन पर कोई रस नही फिर भी आस कमीशन की है लेकिन कमीशन आये कैसे जव उसमें कोई रस गोरस है ही नही ..? हां इतना जरुर है कि कि उन फाइलों में जिले के सार्वजनिक हित जरूर हैं तभी तो अपने भाऊ की कलम उस फाइलों में जाने का नाम नही लेती , चूंकि वह छोक्ता है ।