सीधी(ईन्यूज एमपी)-पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत द्वारा पदभार ग्रहण करते ही पुरानी धूल फॉक रही फाईलों को निकलवा कर नये शिरे से घटना के आरोपियों की तलाश प्रारंभ की गयी। सबसे खास बात ऊभर कर सामने यह आयी कि श्री कुमावत के द्वारा पीडि़तो को त्वरित न्याय प्रदान कराने के मंशा से टीम के साथ प्रतिदिन हर प्रकरण पर प्रगति एवं उत्कृष्ट कार्य हेतु निरंतर मार्गदर्शन दिया गया। जिसका परिणाम सामने यह आया कि एक एक कर के अनसुलझी गुत्थी सुलझने लगी और घटना को कारित करने वाले अज्ञात आरोपी भी सलाखों के पीछे पहुॅचने लगें। ऐसा ही एक प्रकरण सोमवार को बहरी थाना मे देखा गया जहॉ अंजुलता पटले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं आरएस पाण्डेय डीएसपी के मार्गदर्शन मे बहरी थाना प्रभारी कपूरचंद्र त्रिपाठी द्वारा अंधी हत्या के अज्ञात आरोपी को खोजकर सलाखों के पीछे तक पहुॅचाया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा अज्ञात आरोपी पर 10 हजार रूपए के इनाम की घोषणा की गयी थी। घटना के संदर्भ मे बहरी थाना प्रभारी कपूर चंद त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि जंगली शुअर का शिकार करने की मंशा से आरोपी अनुज प्रताप सिंह चंदेल पिता जगभुवन चंदेल 42वर्ष तरका बहरी द्वारा 11 हजार केव्ही मेन लाईन से जीआई तार के द्वारा मार्ग मे करंट फैलाया गया था। जिसके शिकार रामनिवास उर्फ राजा कोरी पिता रामावतार कोरी 20वर्ष हुए, और इस घटना मे आप का पैर बुरी तरह से जख्मी हो गया। आप के द्वारा दर्द पीड़ा से कराहते हुए मद्द की गुहार लगाई गयी तो आरोपी सामने आया और पुलिस की विधिक कार्यवाही से बचने के लिये आरोपी द्वारा रामनिवास का गला दबा कर हत्या कर दी गयीं। आरोपी की दरींदगी यहीं पर नहीं थमी। आरोपी द्वारा पुलिस की विधिक कार्यवाही से बचने की मंशा के साथ समस्त साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से पास के क्षेत्र मे जाकर पत्ते एवं लकड़ी संग्रहित कर मृतक के शव को आग के हवाले करते हुए घटना स्थल से रफू चक्कर हो चलें। वहीं पुलिस की मेहनत रंग लाई और अज्ञात आरोपी को खोज कर सोमवार को न्यायालय के समक्ष्य पेश किया गया। अधजली लास की शिनाख्त और आरोपी की तलाश बनी चुनौती - बताया गया कि बहरी पुलिस द्वारा अधजली लास की पहचान करना व हत्या की गुत्थी को सुलझाना एक चुनौती के रूप मे थी। वहीं नवागत थाना प्रभारी कपूरचंद्र त्रिपाठी द्वारा पदभार ग्रहण करते ही वर्षो से बंद फाईलों को खोल कर वरिष्ट अधिकारियों के कुशल मार्गदर्शन मे आरोपियों को न्यायालय तक पहुॅचाने का बड़ा ही सराहनीय कार्य किया गया है। थाना प्रभारी श्री त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि पहले तो पुलिस द्वारा शव की शिनाख्त कराने मे मृतक के हॉथ मे बने टैटू की मदद मिली और जब मृतक की पहचान हो गयी तो मुखबिरों की मदत से क्षेत्र मे सूचना तंत्र का एक जाल बिछाया गया जहॉ घटना दिनांक से आज दिनांक तक हर संदिग्ध पर पैनी नजर बनाई गयी और सार्थक परिणाम निकल कर सामनें आयें। देखते ही देखते मुखबिर की मदत से से आरोपी अनुज प्रताप सिंह जो आदतन शुअर का शिकारी एवं असमाजिक गतिविधियों मे संलिप्तता की बात उजगर हुई साथ ही मुखबिर द्वारा बताया गया कि उक्त दिनांक से आरोपी लगातार फरार चल रहा था। थाना प्रभारी द्वारा आनन फानन मे टीम गठित कर फरार चल रहे आरोपी को पकड़ कर थाना लाया गया और कड़ाई से पॅूछ तॉछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करने के साथ ही बताये गये स्थल से घटना मे घटना मे प्रयुक्त जीआई तार को भी बरामद किया गया। इनका रहा सराहनीय योगदान - अंधी हत्या के आरोपी को पकडऩे मे बहरी थाना प्रभारी कपूर चन्द्र त्रिपाठी, इंद्राज सिंह एसआई, आरक्षक दिनेश सिंह, विजय, राजू महिला आरक्षक प्रिया तिवारी, प्रसंजलि तिवारी का विशेष योगदान रहा।