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Home मध्य प्रदेश रेंज अफसर सहित टाइगर रिजर्व के तीन कर्मचारी निलंबित......

रेंज अफसर सहित टाइगर रिजर्व के तीन कर्मचारी निलंबित......

रायपुर(ईन्यूज एमपी)- छत्तीसगढ़ और ओडिशा के बार्डर पर अवैध रूप से पेड़ों की कटाई के मामले में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। वन विभाग ने इंदागांव बफर रेंज उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के रेंज अफसर नीलकंठ गंगवेर, पीपलखूंटा के रेंज असिस्टेंट चन्द्रशेखर ध्रुव और बीट गार्ड सत्यनारायण प्रधान को निलंबित कर दिया है। इन तीनों पर ओडिसा के तस्करों को संरक्षण देने का आरोप है। गौरतलब है कि गरियाबंद जिले के उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व में ओडिसा से लगे जंगल में पेड़ों की अवैध कटाई कर ओडिसा के तस्कर वहां बसने लगे थे। मामले की शिकायत वन मंत्री मो. अकबर के पास पहुंचने पर उन्होंने पीसीसीएफ को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

वन मंत्री के निर्देश पर पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ अतुल शुक्ला मामले की जांच करने बीते तीन अक्टूबर को मौके पर पहुंचे थे। वहां उन्होंने निरीक्षण में पाया था कि टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई की गई है।

मामले की जांच के बाद पीसीसीएफ वाईल्ड लाइफ ने इंदागांव बफर रेंज उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के रेंज अफसर नीलकंठ गंगवेर, पीपलखूंटा के रेंज असिस्टेंट चन्द्रशेखर ध्रुव और बीट गार्ड सत्यनारायण प्रधान को निलंबित कर दिया है।

गौरतलब है कि उदंती-सीतानदी बाघ संरक्षित क्षेत्र छत्तीसगढ़ में बाघों के लिए संरक्षित आवास क्षेत्र है। इसकी स्थापना वर्ष 2008-09 में हुई थी। यह 1842.54 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ वन क्षेत्र है। इसमें मुख्यत: साल, मिश्रित वन एवं पहाड़ी क्षेत्रों पर बांस वन है। इसके अलावा कुछ क्षेत्रों पर सागौन के प्राकृतिक वन हैं, जिसमें मुख्यत: बीजा, शीशम, तिन्सा, साज, खम्हार, हल्दू, मुड़ी, कुल्लू, कर्रा, सेन्हा, अमलतास इत्यादि प्रजाति पाई जाति हैं।

टाइगर रिजर्व में विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे प्रचुर मात्रा में है और टाइगर रिज़र्व का क्षेत्र जैव विविधता से परिपूर्ण है। प्राकृतिक संपदा के संपन्न होने के कारण भी इस इलाके में तस्करों का बोलबाला है। ऐसे में कई बार कुछ भ्रष्ट अधिकारी ने तस्करों के साथ मिल जाते हैं और प्राकृतिक संपदा को नुकसान पहुंचाते हैं।

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