रायपुर(ईन्यूज एमपी)- राजधानी रायपुर के अंतिम छोर पर बसे उरला थाना क्षेत्र के बाना गांव में तिहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई है। गांव में एक महिला और उसके दो मासूम बच्चों के सिर पर धारदार हथियार से वारकर हत्या करने के साथ लाश जलाने की कोशिश की गई। गुरुवार सुबह लोगों ने बिस्तर पर जली हालत में तीनों की लाश देखकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतका के दामाद पर संदेह जताते हुए उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वह लगातार गुमराह कर रहा है। उरला सीएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि ग्राम बाना निवासी पीडब्ल्यूडी में चौकीदार दुलौरिन बाई निषाद (40) अपने दो बच्चों सोनू (11) और संजय (नौ) के साथ घर में रह रही थी। पति नेतराम की मौत की बाद उसे कुछ माह पहले ही विभाग में अनुकंपा नियुक्ति दी गई थी। बुधवार सुबह पांच बजे उसके घर का दरवाजा खुला देखकर बाजू में रहने वाले परिजनों ने आवाज लगाई। काफी देर तक जब जवाब नहीं मिला, तब अंदर जाकर देखा। वहां पर महिला और दोनों बच्चों के शव बिस्तर पर जले हालत में पड़े हुए थे। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पूछताछ में पता चला कि दुलौरिन बाई का दामाद पाटन क्षेत्र के सिकोना गांव निवासी चंद्रकांत निषाद उससे मिलने बुधवार की शाम घर आकर रुका था और सुबह तीनों की लाश मिली। सबसे पहले उसी ने लाश देखने की जानकारी परिजनों को दी थी। पुलिस का दावा है कि महिला और उसके दामाद ने शराब पी थी। आधी रात को दोनों के बीच पैसे को लेकर विवाद हुआ था। उसके बाद दामाद ने महिला और बच्चों के सिर पर वार कर हत्या कर दी फिर लाश जलाने की कोशिश की।