इंदौर(ईन्यूज एमपी)-ग्राम पंचायत कालीबिल्लोद, जनपद पंचायत देपालपुर में किये जा रहे ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन के कार्यों का आज पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल द्वारा निरीक्षण किया गया। पंचायत द्वारा स्वच्छ भारत अभियान ग्रामीण अंतर्गत घर-घर से कचरा एकत्र कर, गीले कचरे से खाद बनाई जा रही है एवम् सूखे कचरे को पुनः उपयोग के लिए बेच कर आर्थिक लाभ भी ले रही हैं। मंत्री श्री पटेल द्वारा जिला पंचायत इंदौर की इस पहल को सराहा गया एवम पूरे प्रदेश में इस मॉडल को लागू करने की बात कही गयी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत नेहा मीना को किए जा रहे कार्य के संबंध में लेख भेजने हेतु निर्देशित किया गया, ताकि उक्त प्रक्रिया को समस्त प्रदेश में लागू किया जा सके। इस दौरान देपालपुर विधायक विशाल पटेल, सीईओ जिला पंचायत नेहा मीना, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी मधुलिका शुक्ला एवं अन्य जिला जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती नर्मदा गणेश परमार द्वारा मंत्री श्री पटेल को ग्राम पंचायत द्वारा किये गये कार्यों से अवगत कराया गया। सरपंच द्वारा बताया गया कि आगामी समय मे कचरा संघरण स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा तथा यहा निर्मित खाद को स्थानीय मार्केट में ब्रांडिंग कर बेचा जायेगा तथा जैविक खेती को प्रोत्साहन किया जायेगा। पंचायत में प्रतिदिवस 1 टन गीला कचरा एकत्र किया जा रहा है, जिससे खाद का निर्माण किया जा रहा है। इस हेतु प्रति परिवार 50 रूपये लिया जा रहा है। पंचायत द्वारा स्वस्छ्ता कर के रूप में 50 हजार रू एकत्र हो रहा है। सूखे कचरे के रूप में एकत्र पॉलीथिन,बाटल आदि को बेंचकर पंचायत लगभग 10 हजार रु प्रतिमाह का लाभ ले रही है। इंदौर शहर की तरह पंचायत मॉडल के रूप में विकसित होने के लिए प्रयासरत है। उल्लेखनीय है कि पूरे प्रदेश में पंचयात द्वारा इस तरह के अभिनव प्रयोग के लिए कालीबिल्लोद पहली पंचायत है।