enewsmp.com
Home मध्य प्रदेश दूसरो को दरोगा बनाने वाला खुद पंहुचा जेल.....

दूसरो को दरोगा बनाने वाला खुद पंहुचा जेल.....

रीवा(ईन्यूज एमपी)- मध्य प्रदेश के रीवा जिले के चोरहटा में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज निवासी नकली दरोगा को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित नीलेश कुमार द्विवेदी पुलिसकर्मियों को उप्र में दरोगा बनाने का झांसा देकर उनसे राशि की मांग करता था। आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस के मुताबिक, नीलेश ने चोरहटा थाने में पदस्थ आरक्षक (सिपाही) दिलीप तिवारी को फोन कर कहा था कि उप्र में जल्द ही दरोगा की नियुक्ति होना है। यदि तुम दरोगा बनना चाहते हो तो रुपए देने होंगे। आधी राशि पहले लगेगी और आधी नियुक्ति पत्र मिलने के बाद देना होगी।

आरक्षक दिलीप ने अपने वरिष्ठ अधिकारीयों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस पड़ताल में मामला संदिग्ध दिखाई दिया जिसके बाद पुलिस को माजरा समझ में आ गया और उसे पकड़ने के लिए योजना बनाई गई।

तयशुदा रणनीति के साथ दिलीप से पैसे लेने के लिए नीलेश द्विवेदी को कंट्रोल रूम के सामने बुलाया गया, लेकिन नीलेश ने कहा कि वह विशेष केस में दबिश देने सतना जा रहा है। पैसा लेकर जल्दी से रेलवे मोड़ के समीप आ जाएं। इसके बाद पहले से तैयार पुलिस सिविल ड्रेस में रेलवे मोड़ पर पहुंच गई और उसे 50 हजार रुपए लेते हुए पकड़ लिया।

नीलेश खुद को न केवल दरोगा बताता था, बल्कि ठाट-बाट से रहता भी था। उसने रीवा के महाराजा होटल के कमरा नंबर 115 को ठिकाना बना रखा था। दरोगा बनने की अभिलाषा लेकर पहुंचने वालों को वह कॉफी और महंगी सिगरेट की पेशकश करता। शाम को कॉकटेल पार्टी का भी आमंत्रण देता था।

बातचीत के दौरान नीलेश फोन पर किसी से चर्चा करते समय केस को रफा-दफा करने के लिए 10-15 लाख रुपए की बात भी करता था। ताकि सामने वाले व्यक्ति को यह यकीन हो जाए कि वह दरोगा है। होटल के कमरे की तलाशी में पुलिस ने पुलिस का जाली परिचय पत्र, कंधे में लगने वाले दो जोड़ी स्टार व लाल रंग के जूते जब्त किए हैं। पुलिस यह पता लगा रही है कि नीलेश अब तक कितने लोगों को ठग चुका है।

Share:

Leave a Comment