सीधी(ईन्यूज एमपी)-नगरीय निकायों के सफाई कर्मचारियों के चरणबद्ध तरीके से नियमितीकरण पर विचार किया जायेगा। सफाई कर्मचारियों का वर्ष 2006 के बाद नियमितीकरण नहीं किया गया है। सफाई कर्मचारियों की ठेकेदारी प्रथा को भी समाप्त किया जायेगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने यह बात अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तुत मांग-पत्र पर चर्चा के दौरान कही। श्री सिंह ने कहा कि प्रस्तुत माँगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर जल्द निर्णय लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि पति-पत्नी दोनों के नौकरी पर होने के बावजूद किसी एक की मृत्यु पर अनुकम्पा नियुक्ति के प्रावधान पर विचार करेंगे। श्री सिंह ने कहा कि सफाई कर्मचारियों से वही काम लिया जाये, जिस काम के लिए उनकी भर्ती हुई है। श्री सिंह ने कहा कि सफाई कर्मचारी की आयु 50 वर्ष होने पर 20 वर्ष की सेवा के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पर उसके परिवार के आश्रित सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति देने पर विचार किया जायेगा। प्रस्तावित मुख्यमंत्री आवास योजना में सफाई कर्मचारियों को भी आवास देने, सफाई कामगार वित्त विकास निगम बनाने और सफाई कर्मचारियों की पदोन्नति करने पर गंभीरता से विचार किया जायेगा। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सफाई कर्मचारियों का स्वास्थ्य बीमा करवाया जायेगा। उन्होंने कहा कि अंबेडकर नगर स्थित सामाजिक मंगल भवन को वाल्मीकि समाज पंचायत को देने के संबंध में आदिम जाति कल्याण मंत्री से चर्चा करेंगे। श्री सिंह ने कहा कि सफाई कर्मचारी स्वच्छता अभियान में प्रदेश को प्रथम स्थान दिलाने में सक्रिय भूमिका निभायें। बैठक में विधायक श्री आरिफ मसूद, आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री पी. नरहरि, एडिशनल कमिश्नर श्री स्वतंत्र सिंह और उप सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री मनीष सिंह उपस्थित थे।