सीधी(ईन्यूज़ एमपी)- महाशिवरात्रि भारत के पवित्र त्यौहारों में से एक बहुत बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण उत्सव है। साल की इस सबसे अंधेरी रात को शिव की कृपा का उत्सव मनाया जाता है। शिव को आदि गुरु या प्रथम गुरु माना जाता है, और उन्हीं से योगिक परंपरा की शुरुआत हुई थी। इस रात को ग्रहों की स्थिति ऐसी होती है कि ये मानव शरीर में ऊर्जा को शक्तिशाली ढंग से ऊपर की ओर ले जाती है। इस रात रीढ़ को सीधा रखकर जाग्रत और सजग रहना हमारी शारीरिक और आध्यात्मिक खुशहाली के लिए बहुत ही लाभदायक है। दिनांक 3 मार्च 2019 दिन रविवार को सुबह 8:00 बजे से अखंड श्रीरामचरितमानस की बैठकी, 4 मार्च 2019 दिन सोमवार को अखंड पाठ समाप्ति के पश्चात विशाल भंडार कार्यक्रम संपन्न हुआ सोनभद्रेस्वर महादेव शिव मंदिर देवघटा में हजारों की संख्या में भक्तगण पहुंचकर शिवरात्रि पर्व का पुण्य लाभ प्राप्त किए।