सीधी (ईन्यूज एमपी)- जय किसान फसल ऋण माफी योजनान्तर्गत तहसील चुरहट एवं रामपुर नैकिन के तहसील मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में किसानों को ऋण माफी प्रमाण पत्र एवं किसान सम्मान ताम्र पत्र वितरित किए गए। योजना अंतर्गत तहसील चुरहट के 1741 किसानों के लगभग 9 करोड़ 31 लाख रूपये तथा तहसील रामपुर नैकिन के 4498 किसानों के लगभग 22 करोड़ 03 लाख रूपये के फसल ऋण माफ किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा किसानों को राहत प्रदान करने के लिए 31 मार्च 2018 की स्थिति में किसानों के 2 लाख रूपये तक के फसल ऋण माफ करने के लिये जय किसान फसल ऋण माफी योजना का क्रियान्वयन किया गया है। योजना का लाभ सभी पात्र कृषकों को मिले इसलिये ग्राम पंचायतों में पात्र कृषकों की सूची चस्पा कर आवेदन प्राप्त किये गये तथा अब तहसील स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन कर किसानों को 2 लाख रूपये तक के ऋण माफी प्रमाण पत्र प्रदान किये जा रहे हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधानसभा क्षेत्र चुरहट के विधायक शरदेन्दु तिवारी ने कृषकों को प्रमाण-पत्र वितरित करते हुए कहा कि किसानों के हितों की रक्षा करने के लिये तथा उन्नति के लिये निरंतर प्रयास किये जाने चाहिए। योजना का लाभ सभी पात्र कृषकों को प्राप्त हो। इसके साथ ही फर्जी ऋण वितरण मामलों की जांच हो तथा दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये। किसान हमारे अन्नदाता हैं उनकी प्रगति से ही देश व प्रदेश की प्रगति संभव है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सीधी राजेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने जय किसान फसल ऋण माफी योजना के माध्यम से किसानों का ऋण माफ कर उनके सम्मान के लिये कार्य किया है। ऋण माफ होने से किसान चिन्ता मुक्त हुए हैं और वे सम्मान के साथ जीवन व्यतीत कर पायेंगें। किसानों को पुनः खेती के लिये पात्रतानुसार ऋण का लाभ प्राप्त हो पायेगा। उन्होने शासन द्वारा सभी वर्गों के लिये चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं के विषय में विस्तारपूर्वक बताया। कार्यक्रम में उपखण्ड अधिकारी के.पी. पाण्डेय, जनपद सदस्य राहुल पटेल, सुभाष सिंह, भानू पाण्डेय, रंजना मिश्रा, कमलेश्वर सिह, बैजनाथ सिंह, रामसुमिरन सेन, बृजेन्द्रनाथ मिश्र, उपसंचालक कृषि के.के. पाण्डेय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी बैंक ज्ञानेन्द्र पाण्डेय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत प्रभात कुमार मिश्रा सहित जनप्रतिनिधि, बैंकों के प्रतिनिधि एवं कृषकगण उपस्थित रहें।