सीधी(सचीन्द्र मिश्र)-आधी रात को जारी हुई अधिकारियो की स्थानातरण सूची ने कही न कही वर्तमान सरकार के भेदभाव पूर्ण रवैये को प्रकट कर दिया है, जारी सूची में एक ओर शिकायतों के बाद भी कुछ अधिकारियो पर मेहरबानी बरस गई, वही बिना किसी शिकायत व भेदभाव के काम करने वाले अनुभवियो को सरकार के कोप का भाजन बनना पड़ा है | बीती रात हुए 42 आईएएस अधिकारिओ की सूची पर गौर करे तो समझ में आता है की वर्तमान सरकार को अनुभवी अधिकारियो के प्रति तनिक भी संवेदना नही है| बात करे जारी सूची की तो विशेष गढ़पले के ऊपर शिकायतों के बाद भी विशेष कृपा दिखाते हुए कलेक्टरी बरकरार राखी है, वही सफल कार्यकाल के बाद भी सीधी कलेक्टर दिलीप कुमार को फेरबदल का शिकार होना पड़ा,साथ ही जिले के पूर्व कलेक्टर अभय वर्मा को भी अभयदान नहीं मिला सका | इसके आलावा कई अन्य ऐसे कलेक्टर है, जिनके ऊपर सरकार ने विशेष मेहरबानी दिखाई है,तो वही कइयो को कोप का भाजन बनना पड़ा है|कई अधिकारियो को लूप लाइन से बहार निकाला गया है, तो कइयो को ऐसी जगह भेजा गया है जो उनके लिए उपयुक्त नही है| कहते है की नए हाथो में सत्ता आने के बाद परिवर्तन नियम ही है लेकिन परिवर्तन में अनुभव, योग्यता व वरिष्ठता को स्थान न देना कही न कही समाज हित में न होकर किसी विशेष प्रयोजन को इंगित करता है, और वर्तमान में चल रहे ताबड़तोड़ तबादले कही न कही ऐसा ही कुछ संकेत दे रहे है |