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Home सीधी दर्पण बाल बाल बचे चुरहट के मुंशी जी बकरे की अंम्मा कब तक खैर मनायेगी,कभी तो गर्दन छूरी के नीचे आयेगी....

बाल बाल बचे चुरहट के मुंशी जी बकरे की अंम्मा कब तक खैर मनायेगी,कभी तो गर्दन छूरी के नीचे आयेगी....

सीधी(ईन्यूज एमपी)-जिले के चुरहट थाना मे पदस्थ प्रधान आरंक्षक सुखेन्द्र खरे द्वारा चोरी के प्रकरण मे कार्यवाही के एवज मे अमरपुर निवासी एक फरियादी से 10हजार की रिश्वत की मांग की गई थी,जिसकी शिकायत पर आज लोकायुक्त टीम रीवा द्वारा चुरहट थाने मे उक्त पुलिस अधिकारी को ट्रेप करने की कार्यवाही की गई पर दुर्भाग्यवश मुंसी जी रंगे हाथो नही पकडा पाये पर मोबाइल रिकार्डिंग के आधार पर मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है।लोकायुक्त रीवा के एस पी संजीव सिंघा ने जानकारी दी है कि उक्त पुलिस अधिकारी की मोबाइल मे फरियादी से लेन देन की बात की रिकॉर्डिंग के आधार पर टीम भेजी गई थी पर टीम को सफलता नही मिल सकी हालांकि मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है।
कहते है कि जब कोई गलत काम करता है तो पुलिस उस पर कार्यवाही करने के लिये अधिकृत है लेकिन जब फारियादी पुलिस के पास दुखडा ले के पहुचता है तो मदद के बदले सर्विस लेने वाले पुलिस के कुछ अधिकारी अपने साथ अपने थाने व पूरी पुलिस बिरादरी की छवि को कलंकित करने से बाज नही आते,अब अगर फरियादी मांग पूरी करने मे संक्षम है तब तो बात बन जाती है,अन्यथा बात पडोसी जिले रीवा पहुंच जाती है।आज की घटना मे बेसक दोषी पुलिस अधिकारी को रंगे हाथो पकडने मे लोकायुक्त टीम को सफलता नही मिली पर मामला तो पंजीबद्ध हो ही गया,उक्त घटना और पुलिस का कृत्य कही न कही आम लोगों के मन मे पुलिस के प्रति विशवास की बजाय डर व घृणा को जन्म देते है।
जिले मे आज घटी घटना उन सभी भ्रष्ट अधिकारियो के लिये एक संदेश है जो लोगो की परेशानी को हल करने के बजाय मौका भुनाने मे और अपनी जेब गरम करने मे लगे रहते है। जिले के अन्य थानो पर भी लोकायुक्त की पैनी नजर है,और सभी की किस्मत हर रोज साथ नही देती जाने कब दूसरो को बकरा समझ हलाल करने वाले खुद ही हलाल हो जाये।

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