पथरौला/सीधी ( ईन्यूज यमपी )*:-जिले के एकमात्र आदिवासी बाहुल्य जनपद पंचायत कुशमी मे निवास करने वाले ग्रामीणो को जहां शासन द्वारा दी जाने वाली अधिकांश योजनाओं से बंचित होना पड रहा वहीं गरीबों को दिया जाने वाला खाद्यान्न भी उन्हें समय पर नहीं दिया जाता है। जिन उचित मूल्य की दुकानों मे खाद्यान्न मिलता भी है वहां की मात्रा निर्धारित नहीं रहती है। ऐसा ही एक ताजा मामला प्रकाश मे आया है जनपद अन्तर्गत ग्राम पंचायत ददरी तथा कोटा का जहां मई माह का राशन ही आदिवासी कार्डधारकों को वितरित नहीं किया गया। जबकि जून माह का राशन वितरित किया जा रहा है लेकिन ग्रामीणों ने राशन लेने से इन्कार कर दिया है ग्रामीणों का कहना है हमें दोनों माह का खाद्यान्न चाहिए । ग्राम पंचायत ददरी व कोटा के ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि हमारे गांव की उचित मूल्य की दुकान दूसरे ग्राम पंचायत मे संचालित होती थी किन्तु माह मई से दुकान अलग होकर हमारे ग्राम पंचायत में संचालित होने लगी। ग्रामीणों ने बताया की पहले माह मे ही स्व सहायता समूह के बिक्रेताओं द्वारा राशन नहीं दिया गया।ग्रामीणों द्वारा बताया गया की मई माह मे समूह संचालक द्वारा जून मे दोनों महीने का राशन देने के लिए बोले थे लेकिन अब मई माह का राशन मांगने पर बिक्रेताओं द्वारा कहा जाता है कि मई का खाद्यान्न आया ही नहीं है। *क्या है मामला*:-बताते चलें की ग्राम पंचायत ददरी की दुकान लुरघुटी ग्राम पंचायत कि उचित मूल्य की दुकान मे अटैच थी तथा कोटा की दुकान खैरी की उचित मूल्य की दुकान मे अटैच थी और इन्हीं दुकानों से खाद्यान्न भी ग्रामीण आदिवासियों को मिलता था । किन्तु मई महीने से ददरी व कोटा की उचित मूल्य की दुकान अलग करते हुए स्व सहायता समूहों को वितरण की जिम्मेदारी सौंपी गई है लेकिन पहले महीने का ही खाद्यान्न नहीं मिलने से ग्रामीणों मे काफी अशंतोस ब्याप्त है। ग्रामीणों ने मई माह का खाद्यान्न दिलाये जाने की गुहार लगायी है।बताया गया की ग्रामीणो ने जून माह राशन लेने से भी इन्कार कर दिया गया है।