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Home सीधी दर्पण पहले कंप्यूटर में हेरा-फेरी, फिर सुधार के नाम पर घूसखोरी: उमेश तिवारी

पहले कंप्यूटर में हेरा-फेरी, फिर सुधार के नाम पर घूसखोरी: उमेश तिवारी

सीधी( ईन्यूज एमपी ) टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि किसानों के जमीन संबंधी अभिलेख में राजस्व कर्मचारियों द्वारा मनमानी तरीके से किए जाने वाली हेरा-फेरी पर रोक लगाने तथा पटवारी, कानूनगो, तहसीलदार की लूट में लगाम लगाने हेतु राजस्व अभिलेखों को कंप्यूटरीकृत किए जाने का निर्णय किया गया है लेकिन आदत से मजबूर राजस्व कर्मचारियों द्वारा किसानों को लूटने का नया तरीका निकाल लिया गया है जिसमें कंप्यूटर में भूमि स्वामी के कॉलम में किसान के बजाय मध्यप्रदेश शासन दर्ज कर दिया जाता है और सुधार के नाम पर किसानों से मोटी घूंस ली जाती है। यह खेल सीधी जिले की सभी तहसीलों में खेला जा रहा है। हेरा-फेरी के इस खेल का मैदान रामपुर नैकिन तहसील के पूरे धनिगवां गांव को भी बना दिया गया है। ग्राम धनिगवां के समस्त किसानों की भूमियों को कंप्यूटर में मध्यप्रदेश शासन दर्ज कर दिया गया है। धनिगवां पूर्णता आदिवासी गांव है। धनिगवां के पीड़ित किसान जब अपने राजस्व रिकॉर्ड की गलती के सुधार हेतु तहसील कार्यालय जाते हैं तो नायब तहसीलदार हनुमानगढ़ के कार्यालय में पदस्थ लिपिक के के तिवारी जो कि उसी ग्राम पंचायत का निवासी होने के कारण वैमनष्यता बस किसानों से अपमानजनक बातें करता है तथा घूंस की मांग करता है। कंप्यूटर की गलत प्रविष्ट मैं सुधार एवं लिपिक के के तिवारी के खिलाफ कार्यवाही हेतु सैकड़ों किसान रामपुर नैकिन के SDM अमित वर्मा से 25 जनवरी 2018 को मिले थे तब SDM द्वारा एक माह में कार्यवाही का वादा किया गया था लेकिन लगभग 5 माह बीत जाने के बाद भी SDM द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने पर टोको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने कलेक्टर सीधी को पत्र लिखकर कंप्यूटर की गलत प्रविष्टि के सुधार एवं दोषी SDM सहित लिपिक के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की गई है।

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