सीधी (ईन्यूज एमपी ) मध्यप्रदेश में इसी वर्ष विधानसभा का चुनाव है जिस कारण से प्रदेश को दो मुख्य राष्ट्रीय दल अपने-अपने प्रत्याशी चयन हेतु मंथन करने में जुट गए हैं। एक ओर जहां शिवराज के 15 वर्ष पूर्ण होने के कारण सत्ता का जबर्दस्त विरोध देखने को मिल रहा है कर्मचारी आंदोलित हैं तो दूसरी ओर नेतृत्व विहीन विपक्ष सत्ता की कामोजोरियों को जनता तक नहीं परोस पा रहा है एक दिलचस्प बात सीधी से यह भी है कि सीधी विधायक चुरहट से चुनाव लड़ सकते हैं ऐसा जनता के बीच जमकर सोर सराबा है। बात पुख्ता इसलिए लग रही है कि इस बार प्रदेश नेतृत्व चाहता है कि किसी रूप में चुरहट के अजय को पराजित किया जा सके ब्राम्हण बोट को अजय से अलग किया जा सके तो भाजपा को चुरहट में जीत मिल जाय ऐसा करने में पूर्व प्रत्यासी असफल रहे हैं इस कारण केदार को चुनावी मैदान में उतारने की पूर्ण तैयारी है। क्योंकि चुरहट के अजय के मुकाबले सीधी के केदार भारी रहेंगे ऐसा भाजपा का मानना है। हालांकि इसके पूर्व के चुनाव में भी भाजपा केदार को अजय के शामने करना चाहती थी लेकिन स्वयं सीधी विधायक ने कहा था कि मैं शहीद होने चुरहट नहीं जा सकता। एक बात और सामने आ रही है कि केदार को चुरहट लड़ाने के लिए भाजपा एक प्रलोभन दे सकती है वह है हारने के बाद लोकसभा का टिकट। बात जैसी हो लेकिन अगर ऐसा हुआ तो मुकाबला दिलचस्प होगा क्योंकि अबकी चुरहट पर प्रदेश की सत्ता का गिद्धनजर है।