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Home सीधी दर्पण जिला स्तरीय किसान सम्मेलन सम्पन्न,जिले में 11637 कृषकों को 13 करोड़ से अधिक की प्रोत्साहन राषि वितरित

जिला स्तरीय किसान सम्मेलन सम्पन्न,जिले में 11637 कृषकों को 13 करोड़ से अधिक की प्रोत्साहन राषि वितरित

सीधी(ईन्यूज एमपी)- 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार संकल्पित है और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिये जमीनी स्तर पर सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। उक्त बांते सांसद रीती पाठक ने स्थानीय संजय गांधी स्मृति महाविद्यालय के प्रांगण में आयोजित जिला स्तरीय किसान सम्मेलन में कही।
जिला स्तरीय किसान सम्मेलन में कृषक समृद्धि योजना अंतर्गत सीधी जिले के रबी 2016-17 के कुल 4912 कृषकों की उपार्जित गेंहूॅ की मात्रा 22829.35 मे. टन की प्रोत्साहन राशि 45658700 रू. एवं खरीफ 2017 मे 6725 कृषकों के उपार्जित धान की मात्रा 42211.90 मे.टन की प्रोत्साहन राशि 84423800 रू. इस प्रकार कुल गेंहूॅ एवं धान उपार्जन की कुल कृषक 11637 कुल उपार्जित मात्रा 65041.25 मे. टन कुल प्रोत्साहन राशि 130082500 रू. कृषकों के बैंक खाते मे आर.टी.जी.एस. के माध्यम से जमा कराई गई तथा किसानों को इस आषय के प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। सम्मेलन में शाजापुर से मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चैहान के उद्बोधन का सीधा प्रसारण देखा सुना गया। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने किसानों को खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये क्रियान्वित योजनाओं की विस्तार से जानकारी प्रदान की ।
सम्मेलन में स्थानीय विधायक केदारनाथ शुक्ल, जिला पंचायत अध्यक्ष अभ्युदय सिंह, जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजमणि साहू, जनपद सदस्य अनारकली, सदस्य कृषि उपज मंडी समिति सीधी इन्द्रषरण सिंह, समाजसेवी डाॅ. राजेष मिश्रा, किसान नेता सुरेष सिंह चैहान, कलेक्टर दिलीप कुमार, उपसंचालक कृषि के.के. पाण्डेय सहित सभी विभागों के अधिकारी एवं दूरस्थ अंचलों से आये कृषक सम्मिलित हुए।
सांसद श्रीमती पाठक ने कहा कि 14 वर्ष पूर्व किसानों की स्थिति बहुत ही दयनीय थी। कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिये किसानों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही। उन्हे उनके जमीन के मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराये जा रहे है, समय से पूर्व ही उर्वरक की उपलब्धता सुनिष्चित कर दी जाती है, शून्य प्रतिषत पर कृषि कार्य के लिये ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है, कृषकों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्रदान करने के लिए समर्थन मूल्य पर खरीदी के साथ मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना को प्रारंभ किया गया है, मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के माध्यम से प्रोत्साहन राषि देनें की अनूठी पहल की है।
श्रीमती पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना से प्रदाय प्रोत्साहन राषि किसानों की मेहनत का परिणाम है। इस धन का उपयोग कर कृषक अपनी उत्पादन क्षमता में वृद्धि करें। उन्होने सभी से अपील की कि पानी अमूल्य है उसको बचाने के लिये सबको मिलकर प्रयास करना होगा।
विधायक केदार नाथ शुक्ल ने कृषकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके अथक प्रयास से मध्यप्रदेष को लगातार पांचवे वर्ष कृषि कर्मण अवार्ड प्राप्त हुआ है। किसान हमारे अर्थव्यवस्था की धुरी है अभी उनके सम्मान में किसान सम्मान यात्रा निकाली गयी थी। श्री शुक्ल ने कहा कि किसानों के बीच शासन की नीतियों के प्रति जागरूकता आवष्यक है और उन्हें आगे आकर शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त करना चाहिए। श्री शुक्ल ने कहा कि कालातीत ऋणों में ब्याज माफ करने के लिए मुख्यमंत्री ऋण समाधान योजना प्रारंभ की गयी है जो 15 जून 2018 तक लागू है पात्र किसान उसका लाभ लेवें।
श्री शुक्ल ने ऐसे कृषक जिनकी जमीन 1 हेक्टेयर से कम है असंगठित श्रमिक के रूप में पंजीयन कराने की अपील की है। पंजीयन की अंतिम तिथि 20 अप्रैल 2018 निर्धारित है। उन्होंने बताया कि असंगठित श्रमिक के रूप में पंजीयन करने से श्रमिकों को 200 रूपये मासिक फ्लैट रेट पर बिजली, स्वरोजगार के लिए ऋण, गर्भवती श्रमिक महिलाओं को पोषण आहार के लिये 4 हजार रूपये, प्रसव होने पर महिला के खाते में 12 हजार 500 रूपये जमा किये जायेंगे, घर के मुखिया श्रमिक की सामान्य मृत्यु पर परिवार को 2 लाख तथा दुर्घटना में मृत्यु पर 4 लाख रूपये की सहायता, श्रमिक को मृत्यु पर अंतिम संस्कार के लिये पंचायत/नगरीय निकाय से 5 हजार रूपये की नगद सहायता, एवं श्रमिकों के कल्याण की और भी अनेक योजनाओं का लाभ प्राप्त होगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष अभ्युदय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चैहान कृषकों के हितैषी हैं वे किसानों की चिन्ता करते हैं। मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है जिसका लाभ निष्चित रूप से कृषकों को मिलेगा। श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कृषक युवा उद्यमी योजना का लाभ लेते हुए युवा आगे आये और स्वरोजगार स्थापित करें। ऐसा करने से वे और लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा पायेंगे।
श्री सिंह ने कहा कि खेती में आधुनिक तरीके का प्रयोग कर कम क्षेत्र में अधिक पैदावार की जा सकती है। खेती के साथ-साथ लोगों को खेती से संबद्ध अन्य गतिविधियों जैसे पशुपालन, उद्यानिकी से जुड़ना चाहिए जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री कृषक समद्धि योजना अंतर्गत ग्राम दादर मडवास के अष्वनी तिवारी को 150400 रूपये, ग्राम मरसर के लोलर कुषवाहा को 148500 रूपये, ग्राम डढिया के भारत सिंह को 130800 रूपये, ग्राम नौगवां के मुनीन्द्र सिंह को 90160 रूपये, ग्राम हर्दिहा के रामपाल सिंह को 81640 रूपये, ग्राम परासी के धनांजय प्रसाद को 73260 रूपये, ग्राम कपुरी के मनोज सिंह को 70880 रूपये, ग्राम तिलवारी के रामराज गिरी को 69820 रूपये, ग्राम पड़खुरी के श्यामलाल गुप्ता को 63480 रूपये तथा ग्राम उपनी के सूर्यकान्त तिवारी को 52800 रूपये प्रोत्साहन राषि प्राप्त हुई।

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