सीधी(ईन्यूज़ एमपी)-तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने जब सीधी आकर रीवा से सीधी और सीधी से सिंगरौली के बीच 2,220 करोड़ की लागत वाली 165 किलोमीटर लम्बी ब्राडगेज रेल लाइन और सीधी रेलवे स्टेशन के नए भवन का शिलान्यास किया था तब जिलेवासिओं को जिले में रेल आने को लेकर नयी उम्मीदें जगी थी, लेकिन उन उम्मीदों में अब पानी फिरता नजर आ रहा है| जिले के अधिकारीयों की उदासीनता तथा रेलवे के अधिकारयों द्वारा इस ओर ज्यादा ध्यान न देने से एक बार फिर यह महत्वपूर्ण कार्य ठन्डे बस्ते में जाता दिख रहा है| जानकारी के अनुसार अभी तक जिन जगहों से रेल जायेगी उस जगह का भुआर्जन तक का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है| तथा जो कुछ हुआ भी है वो कछुआ गति से चल रहा है| जब तत्कालीन रेलमंत्री प्रभु सीधी आये थे तो उन्होंने बताया था कि रीवा से सीधी रेल खंड को दो भागों में विभाजित किया गया है। प्रथम खंड रीवा से गोविन्दगढ़ का कार्य दिसम्बर 2018 में पूर्ण कर लिया जावेगा और गोविन्दगढ़ से सीधी तक का द्वितीय खंड जून 2020 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। लेकिन यह समझ से परे है की जब अभी तक भुआर्जन ही नहीं हुआ तो 2020 तक सीधी में रेल चलने का सपना कैसे पूरा हो जायेगा| अगर जिले के वरिष्टों के मानें तो जिलेवासियों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा|