सीधी ( ईन्यूज एमपी ) भाजपा विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ल का आज जन्मदिन है श्री शुक्ल आज 63 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं ।जन्मदिन की खुसी में शुभचिंतकों ने बधाई देते हुये उनके उज्वल भविष्य की कामना की है । तिरसठ वर्ष की आयु का सफर तंय करने बाले पंडित केदारनाथ को अर्स से फर्स तक का खासा अनुभव है , जमीनी , संघर्षशील , जुझारू , गरीबों के साथ कंधें से कंधा मिलाकर चलने वाले श्री शुक्ल का इतिहास आज भी अमिट है । सीधी शहर के फुटपाथ में जीवन यापन करने बाले भूमिहीन परिवारों के लिये पुराने बश स्टैण्ड के समीप सूखा नाला की बेश कीमती सरकारी जमीन गरीबों के हबाले करा दिया जिसे आज लोग आजाद नगर के नाम जानते हैं । बतादें कि आजाद नगर को 1979 - 80 के दशक में आबाद कराना इतना आसान काम नही था सीधी शहर की भाग्य रेखा को गरीबों के हबाले कराने के पीछे क्या क्या गुजरी होगी ......? वहरहाल संघर्ष जिनकी पहचान है ऐसे व्यकितत्व के धनी पंडित केदारनाथ ने भूंखे और निर्धन तबके के लोगों को जिन्हे दो जून की रोटी नसीब नही होती थी ऐसे जरूरतमंद परिवारों को , गोरियरा बांध , की सरकारी भूमि पर कब्जा दिलाया । अबधसुत पंडित केदारनाथ की अनेकों ऐसी झलकियां हैं जिनकी झलक को आज की युवा पीढी या अपरचित चेहरे जल्दी स्वीकार नही करेंगें । लेकिन सच्चाई को स्वीकार करना स्वाभिमान और सम्मान को संजोकर रखना विधायक जी का नेचर है । स्वाभिमान के धनी श्री शुक्ल न जाने किस मिट्टी के गढे हैं कि सर्वस्व उनका नुकसान हो जाये लेकिन झुकेंगें नही .....? शायद उसी का खामियाजा है कि वर्तमान उनके अनुकूल नही । अगर वर्तमान और स्वाभिमान से समझौता करते तो शायद आज कंही और होते ... बहुत सारे ऐसे उदाहरण हैं जो आज भी यादगार हैं सीधी जिले के दर्जनों आईएएस , आईपीएस अधिकारी तनिक चूक के चलते कोपभाजन हुये हैं ... कलेक्टर शुभाष जैन , स्वाती मीणा और विशेष गढपाले इस बात के साक्षी हैं । स्वाभिमान और सम्मान के धनी श्री शुक्ल ऐसे ब्यक्ति हैं जिन्हे हर क्षेत्र हर विधा हर जाति धर्म का खासा ज्ञान है । स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ करने वालों को कभी वक्सा नही जाता , अगर चूक हुई समझो ....खतरे की घंटी ।